ब्रेस्ट कैंसर और बैक्टीरिया के बीच संबंध का पता चला
नासा अंतरिक्ष यात्रियों को बाहरी दुनिया में संक्रमण से बचाने के लिए यान में पीपीटी का इस्तेमाल करता है।
लॉस एंजिलिस, प्रेट्र। नासा के वैज्ञानिकों ने पहली बार ब्रेस्ट कैंसर का बैक्टीरिया से संबंध जोड़ा है। प्लेनेटरी प्रोटेक्शन तकनीक (पीपीटी) के जरिये यह संभव हुआ है। ब्रेस्ट कैंसर में बैक्टीरिया के प्रभावों का विश्लेषण किया जा रहा है।
नासा अंतरिक्ष यात्रियों को बाहरी दुनिया में संक्रमण से बचाने के लिए यान में पीपीटी का इस्तेमाल करता है। नासा की जेट प्रोपल्सन लेबोरेटरी में कार्यरत पराग वैशंपायन ने बताया कि इस तकनीकी की मदद से ब्रेस्ट की नलिकाओं में पाए जाने वाले तरल पदार्थ में बैक्टीरिया की मौजूदगी की जांच पड़ताल की गई। शोधकर्ताओं ने बताया कि स्वस्थ और कैंसर पीड़ित महिलाओं के ब्रेस्ट में पाए जाने वाले बैक्टीरिया की प्रकृति में अंतर मिला है। इससे ब्रेस्ट कैंसर में बैक्टीरिया की भूमिका स्पष्ट होती है।
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फिलहाल इस बात का पता नहीं चल सका कि कैंसर की स्थिति में बैक्टीरिया की संक्रामक भूमिका होती है या कैंसर रोधी। अभी इस पर शोध किया जा रहा है। कैंसर ग्रस्त और स्वस्थ ब्रेस्ट के बारे में पर्याप्त जानकारी उपलब्ध नहीं है। मालूम हो कि ब्रेस्ट कैंसर की शुरुआत डक्ट या नलिकाओं से होती है। नासा के वैज्ञानिकों के बताया कि नया तथ्य सामने आने के बाद कैंसर मामलों में बैक्टीरिया की भूमिका के बारे में पता लगाया जा सकेगा।
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