मैकमोहन लाइन को चीन ने अवैध बताया
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए चीन ने मैकमोहन रेखा को अवैध बताया है। ...और पढ़ें

बीजिंग। भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए चीन ने मैकमोहन रेखा को अवैध बताया है। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनिंग ने सोमवार को अरुणाचल प्रदेश पर चीन के दावे को फिर से दोहराया, जिसे वह शुरू से ही दक्षिणी तिब्बत का भाग मानता आ रहा है।
हुवा ने डोवाल के दावे को खारिज करते हुए कहा कि चीन मैकमोहन लाइन को सिर्फ बर्मा के संदर्भ में मानता है न कि भारत की सीमा को लेकर। उन्होंने कहा कि हम भारत के साथ सीमा विवाद को निपटाने के लिए काम कर रहे हैं।
दोनों देशों के बीच इस मुद्दे को सुलझाने के लिए विशेष प्रतिनिधियों की मौजूदगी में अब तक 18 बार बातचीत हो चुकी है, जिसके सकारात्मक नतीजे भी सामने आए हैं। दोनों देश पहले की अपेक्षा एक दूसरे के काफी निकट आए हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हाल में हुई चीन यात्रा के दौरान निष्पक्ष, उचित और परस्पर स्वीकार्य समाधान के लिए दोनों ओर से फिर से प्रतिबद्धता व्यक्त की गई है। उन्होंने कहा कि चीन भारतीय सीमा के पूर्वी खंड में अपनी स्थिति को पहले से ही स्पष्ट किए हुए है।
विदित हो कि विगत में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल ने नई दिल्ली के केएफ रुस्तमजी में दिए गए एक व्याख्यान में मैकमोहन लाइन को लेकर टिप्पणी की थी। अपने संबोधन में आश्चर्य व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा था कि चीन मैक मोहन लाइन को बर्मा तक तो स्वीकार करता है, लेकिन इसके बाद वह इसे स्वीकार नहीं करता।

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