भारत कश्मीर में निर्यातित आतंकवाद से पीड़ितः डोभाल
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने यहां जोर देकर कहा कि भारत कश्मीर में बाहर से भेजे गए आतंकवाद से पीडि़त है। देश का लोकतांत्रिक स्वरूप ...और पढ़ें

म्यूनिख। भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने यहां जोर देकर कहा कि भारत कश्मीर में बाहर से भेजे गए आतंकवाद से पीडि़त है। देश का लोकतांत्रिक स्वरूप और वास्तव में बहुवादी समाज इस्लामी आतंक को बढऩे का आधार तैयार करने की इजाजत नहीं देता।
एक के बाद एक बनने वाली भारत की सरकारों ने सभी अल्पसंख्यक समूहों को समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए एकीकरण नीति की पहल की है। परिणामस्वरूप कट्टरपंथी इस्लामी अपनी चरमपंथी विचारधारा को मुस्लिम आबादी के बीच प्रचारित करने में सफल नहीं हो सकते।
डोभाल यहां 51वें म्यूनिख सिक्योरिटी कांफ्रेंस के पैनल चर्चा में बोल रहे थे। डोभाल ने एक प्रतिभागी के सवाल का जवाब देते हुए यह टिप्पणी की। उसने पूछा था कि भारत ने चरमपंथियों और इस्लामी आतंकवाद का प्रजनन केंद्र बनने से रोकने के लिए कई अन्य देशों से बेहतर ऐसा क्या किया है?
सीमा वार्ता से पूर्व डोभाल और चीन के शीर्ष राजनयिक मिले
बीजिंग। पहली आधिकारिक बैठक से पूर्व भारत-चीन की सीमा वार्ता के विशेष प्रतिनिधियों ने म्यूनिख में मुलाकात की। इस दौरान चीन के अधिकारी ने सीमा मुद्दे के समाधान और आपसी रिश्तों की अड़चनें हटाने के लिए बातचीत को आगे बढ़ाने का आह्वान किया।
जर्मनी के शहर म्यूनिख में चल रहे अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा सम्मेलन से इतर भारत के सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल व चीन के राष्ट्रीय काउंसिलर यांग जिइची ने मुलाकात हुई। यांग ने सीमा विवाद पर बातचीत को आगे बढ़ाने के लिए एक दूसरे की चिंताओं का सम्मान करने और उन पर ध्यान देने प्रस्ताव किया।
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