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मंगल की ओर बढ़ रहे धूमकेतु से निकल रहा ढेरों पानी

इस साल के अंत तक मंगल के बहुत करीब से गुजरने वाले एक धूमकेतु से भारी मात्रा में पानी निकल रहा है। नासा के वैज्ञानिकों के अनुसार, इस धूमकेतु से पानी बनने की गति करीब 50 लीटर प्रति सेकेंड की है। यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड कॉलेज पार्क क

By Edited By: Published: Sat, 21 Jun 2014 03:41 PM (IST)Updated: Sat, 21 Jun 2014 03:41 PM (IST)

वाशिंगटन। इस साल के अंत तक मंगल के बहुत करीब से गुजरने वाले एक धूमकेतु से भारी मात्रा में पानी निकल रहा है। नासा के वैज्ञानिकों के अनुसार, इस धूमकेतु से पानी बनने की गति करीब 50 लीटर प्रति सेकेंड की है। यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड कॉलेज पार्क के वैज्ञानिक टोनी फर्नहम ने कहा, 'हमारी गणना के अनुसार परीक्षण के वक्त इस धूमकेतु से प्रति सेकेंड 49 लीटर पानी उत्पादित हो रहा था।'

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इस गति से देखा जाए तो साइडिंग स्प्रिंग नाम का यह धूमकेतु 14 घंटों में एक ओलंपिक मैदान के आकार के स्वीमिंग पूल को भर सकता है। हालांकि वैज्ञानिकों का कहना है कि इस धूमकेतु के कारण मंगल की कक्षा में पहुंच चुके अंतरिक्षयान को कोई खतरा नहीं है। नासा के स्विफ्ट सेटलाइट ने मई में इस धूमकेतु को देखा था। ऑप्टिकल और अल्ट्रावॉयलेट परीक्षण के जरिए पहली बार इस बात की गणना की जा सकी कि यह धूमकेतु कितनी तेजी से पानी का उत्पादन कर रहा है और इसका आकार कितना है।

अंतरिक्षविद डेनिस बोडविट्स ने कहा कि यह धूमकेतु पहली बार सौर व्यवस्था के अंदरूनी हिस्से में पहुंच रहा है और पहली बार सूर्य की इतनी गर्मी को अनुभव कर रहा है। विभिन्न धूमकेतु में कुछ ऐसे प्राचीन तत्व हैं, जिनका अध्ययन करना वैज्ञानिकों के लिए रोचक रहा है। सूर्य के करीब पहुंचने पर धूमकेतु गैस और धूल को मुक्त करते हैं।

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