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    2021 तक परमाणु मिसाइल क्षमता हासिल कर लेगा उत्तर कोरिया!

    By Kamal VermaEdited By:
    Updated: Tue, 29 Aug 2017 07:42 PM (IST)

    नॉर्थ कोरिया ने एक बार फिर मिसाइल परीक्षण करके दुनिया की चेतावनी को दरकिनार किया है। इस परीक्षण के बाद जापान पर खतरा बढ़ गया है।

    2021 तक परमाणु मिसाइल क्षमता हासिल कर लेगा उत्तर कोरिया!

    नई दिल्ली (स्पेशल डेस्क)। नॉर्थ कोरिया ने एक बार फिर से मिसाइल परीक्षण करके दक्षिण कोरिया समेत जापान की चिंता को बढ़ा दिया है। यह मिसाइल 2700 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए उत्तरी प्रशांत महासागर में जाकर गिरी। जापान के मुख्य कैबिनेट सचिव योशिहिदे सुगा ने उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण को एक गंभीर ख़तरा बताया है। अमेरिका ने भी इस परीक्षण पर गहरी चिंता जताई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है की उनके पास नॉर्थ कोरिया को लेकर सभी विकल्प खुले हैं। उत्तर कोरिया ने यह ताजा परीक्षण मंगलवार सुबह करीब 5:58 बजे (जापान के समय अनुसार 2.58 जीएमटी) किया। उत्तर कोरिया का यह अब तक का 14वां परीक्षण था। इस मिसाइल परीक्षण की जानकारी दक्षिण कोरिया समेत जापान ने भी दी है। जानकर भी उत्तर कोरिया को दुनिया के लिए बड़ा खतरा मान रहे हैं। रक्षा विशेषज्ञ और पूर्व मेजर जनरल पी के सहगल उत्तर कोरिया के ताजा परीक्षण को पूरी दुनिया के लिए काफी बड़ा खतरा मानते हैं। 

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    जापान और दक्षिण कोरिया को गंभीर खतरा 

    उनका कहना है की यह परीक्षण इसलिए भी चिंताजनक है क्योंकि इसबार इस मिसाइल की रेंज काफी थी। यह मिसाइल हवा में करीब 550 किमी की ऊंचाई तक गई और यह जापान के ऊपर से होते हुए करीब 2700 किमी की दूरी तय करते हुए जापान सागर में गिरी। उनके मुताबिक 2004 के बाद इतनी दूरी तक जाने वाली यह पहली मिसाइल है। यह परीक्षण इसलिए भी खास है क्योंकि इस मिसाइल में उत्तर कोरिया ने सॉलिड फ्यूल का इस्तेमाल किया था। इस तरह की मिसाइल को कहीं से भी दगा जा सकता है इसके अलावा इस तरह की मिसाइल को लॉंच करने मे काफी कम समय भी लगता है। इसकी तैयारी में भी काफी कम समय लगता है। 

     

    2021 तक हासिल कर लेगा परमाणु मिसाइल क्षमता 

    मेजर जनरल सहगल के मुतबिक नॉर्थ कोरिया जिस तरह से अपनी तकनीक को नए आयाम दे रहा है उस तरह से लगता है की वह ट्रम्प कार्यकाल के अंत तक परमाणु हमला करने में सक्षम मिसाइल का निर्माण कर लेगा। उनका कहना था की उत्तर कोरिया ने मिसाइल परीक्षण करके यह जाता दिया है कि वह किसी देश कि धमकियों में आने वाला नहीं है। ऐसा करके उसने संयुक्त राष्ट्र समेत सभी के लगाय प्रतिबंधों को भी दरकिनार कर दिया है। उनके मुताबिक पूरा विश्व समुदाय उसे ऐसा करने से रोक पाने में नाकाम रहा है। ताजे परीक्षण के बाद गुआम पर भी खतरा बढ़ गया है। 

    युद्ध के होंगे घातक परिणाम 

    उन्होने जागरण डॉटकॉम से बात करते हुए कहा कि यदि किसी तरह से भी युद्ध होता है तो विश्व को इसके काफी दुष्परिणाम भुगतने होंगे। इसकी वजह वह मानते हैं की आज पूरा विश्व एक दूसरे से जुड़ा हुआ है। यहाँ पर ध्यान देने वाली बात यह भी है की इससे पहले जब उत्तर कोरिया ने अमेरिका के स्वतंत्रता दिवस पर मिसाइल परीक्षण किया था उस वक़्त एक झटके में दुनिया के शेयर बाज़ारों में जबर्दस्त गिरावट देखने को मिली थी। उस वक़्त करीब 1 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ था। लिहाजा मौजूदा समय में कोई देश युद्ध नहीं चाहता है। आज के समय में इतने खतरनाक बम हैं जो होरोशिमा और नागासाकी पर गिराए बम से कहीं ज्यादा घातक हैं।

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    मिसाइल को रोकपाना मुश्किल 

    उत्तर कोरिया के ताजा परीक्षण के बाद जापान सरकार ने मिसाइल की ज़द में आने वाले इलाक़े के लोगों को सावधानी बरतने को कहा है। हालांकि जापान की तरफ़ से मिसाइल को ध्वस्त करने की कोई कोशिशें नहीं की गईं जबकि उसने पहले इस तरह की कारवाई पर जवाब देने की बात कही थी। इस बाबत पूछे गए सवाल के जवाब में सहगल ने कहा इस तरह की मिसाइल को रोक पाना काफी मुश्किल होता है। कई बार जानकारी होने के बाद भी इसमे मुश्किलें आती हैं। दूसरी तरफ जापान सरकार ने भी इस मिसाइल परीक्षण को संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों का खुला उल्लंघन माना है। इस परीक्षण के बाद जापान ने कहा है की वह उचित कदम उठाने के लिए अमेरिका, दक्षिण कोरिया और अन्य संबंधित देशों के साथ मिलकर काम करेगा। यह मिसाइल करीब 14 मिनट तक हवा में रही और होकेडो के उत्‍तरी क्षेत्र में प्रशांत महासागर में जाकर गिरी। इसे उत्‍तर कोरिया की राजधानी प्‍योंगयोंग के पास से छोड़ा गया था। यह मिसाइल तीन हिस्‍सों में टूटकर जापान के तट से 1180 किलोमीटर दूर प्रशांत महासागर के पानी में गिर गई।

    शिंजों आबे ने माना खतरा 

    जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने भी उत्तर कोरिया के इस मिसाइल परीक्षण को देश के लिए बड़ा खतरा बताया है। उन्होने ये भी कहा है कि वह जापानियों कि सुरक्षा का हर संभव प्रयास करेंगे। जानकारों का कहना है कि यह मध्‍यम दूरी की ह्वासॉन्‍ग 12 मिसाइल थी। यह मिसाइल टेस्‍ट ऐसे समय में हुआ है जब अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच सालाना सैन्‍य अभ्‍यास हुआ है। जानकारों कि मानें तो उत्तर कोरिया ने अपने आक्रामक रवैये से अमेरिका और उसके करीबी सहयोगी को स्पष्ट कर दिया है कि वॉर गेम में वह पीछे नहीं हटेगा।  

    स्थिति का विश्लेषण कर रहा है दक्षिण कोरिया 

    दक्षिण कोरिया ने कहा है कि वह अमेरिका के साथ स्थिति का विश्लेषण कर रहा है ताकि नॉर्थ कोरिया के अगले एक्शन से पहले तैयारी की जा सके। गौरतलब है कि प्योंगयांग ने हाल ही में गुआम पर हमला करने की चेतावनी दी थी। सियोल ने कहा कि मिसाइल को सुनान से लॉन्च किया गया था। यह वही जगह है जहां प्योंगयांग इंटरनेशनल एयरपोर्ट स्थित है। ऐसे में संभावना इस बात कि है कि नॉर्थ कोरिया ने एयरपोर्ट रनवे से रोड मोबाइल मिसाइल लॉन्च किया है। गौरतलब है कि तीन दिन पहले ही उत्तर कोरिया ने छोटी दूरी की तीन बैलिस्टिक मिसाइलों का समुद्र में परीक्षण किया था। वहीं एक महीने पहले प्योंगयांग ने अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का दूसरा परीक्षण किया था। इस पर विशेषज्ञों ने कहा था कि यह अमेरिका की मुख्य जगहों को निशाना बना सकती है। 

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