अमेरिका में 9/11 जैसे हमले करेगा आइएस
आतंकी गुट इस्लामिक स्टेट (आइएस) ने अमेरिका में 9/11 जैसे हमले की धमकी दी है। साथ ही कहा है कि दुनिया में कहीं भी अमेरिकी सुरक्षित नहीं रहेंगे। 'वी विल बर्न अमेरिका' टाइटल के साथ 11 मिनट का वीडियो जारी कर आइएस ने यह धमकी दी है। उल्लेखनीय है कि
लंदन। आतंकी गुट इस्लामिक स्टेट (आइएस) ने अमेरिका में 9/11 जैसे हमले की धमकी दी है। साथ ही कहा है कि दुनिया में कहीं भी अमेरिकी सुरक्षित नहीं रहेंगे। 'वी विल बर्न अमेरिका' टाइटल के साथ 11 मिनट का वीडियो जारी कर आइएस ने यह धमकी दी है। उल्लेखनीय है कि अल कायदा ने 11 सितंबर 2001 में अमेरिका के वल्र्ड ट्रेड सेंटर पर आतंकी हमला किया था जिसमें तीन हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी।
आइएस द्वारा जारी वीडियो में आतंकी अंग्रेजी में कह रहे हैं, 'अल्लाह के कारण बहुत जल्द लोगों में फिर डर फैल जाएगा। अल्लाह की रहम से मुजाहिद्दीन पहले से भी ज्यादा ताकतवर हैं और उसके पास अब कई ज्यादा स्रोत हैं। इसी वजह से वह अमेरिका पर हमला कर सकेंगे।' यह पहला मौका नहीं है जब आइएस ने अमेरिका को चेतावनी दी है। जनवरी में आइएस आतंकियों ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का सिरकलम करने और अमेरिका को मुस्लिम प्रांत में बदलने की चेतावनी दी थी।
लीबिया में दूतावासों पर हमला
त्रिपोली। लीबिया की राजधानी त्रिपोली में सोमवार की सुबह मोरक्को दूतावास के बाहर धमाका हुआ। इस हमले में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। इससे एक दिन पहले दक्षिण कोरियाई मिशन में गोलीबारी की घटना हुई थी, जिसमें दो सुरक्षाकर्मी मारे गए थे। आइएस समर्थक आंतकियों ने ट्विटर पर हमलों की जिम्मेदारी ली है। एक सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि बेन आशूर इलाके में स्थित मोरक्को दूतावास के द्वार के नजदीक धमाका हुआ। बम एक बैग में रखा हुआ था। धमाके से वहां खड़ी कुछ कारों और आवासीय इमारतों को नुकसान पहुंचा है।
ऑस्ट्रेलियाई हवाई अड्डे की वेबसाइट हैक
सिडनी। आइएस समर्थक हैकरों ने ऑस्ट्रेलिया के तस्मानिया स्थित होबार्ट अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की वेबसाइट पर सोमवार को कब्जा कर लिया। वेबसाइट हैक करने के बाद आतंकियों ने जिहादी समूह के समर्थन में संदेश डाल दिए, जिसके बाद यह ऑफलाइन हो गई। हवाई अड्डे की सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
सीरिया में लड़ रहे हैं छह हजार यूरोपीय
पेरिस। सीरिया में यूरोपीय देशों के छह हजार से ज्यादा नागरिक आइएस की ओर से लड़ रहे हैं। यूरोपीय संघ के न्याय आयुक्त वेरा जोउरिवा ने यह जानकारी दी है। उन्होंने इसे गंभीर खतरा बताते हुए कहा कि यूरोपीय देश इस पर अंकुश लगाने के लिए तमाम प्रयास कर रहे हैं। इसके बावजूद लोगों को सीरिया जाने से रोकने में पूरी तरह सफलता नहीं मिल पाई है।
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