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    हिटलर की 'मीन कैम्फ' नए रूप में जर्मनी के बाजार में

    तानाशाह एडोल्फ हिटलर की मौत के बाद पहली बार उनकी आत्मकथा 'मीन कैम्फ' नए रूप में प्रकाशित होकर जर्मनी के बाजार में आने जा रही है। हिटलर ने 1924 से 1926 के बीच अपनी आत्मकथा लिखी थी। द्वितीय विश्वयुद्ध के खत्म होने के बाद 'मीन कैम्फ' के प्रकाशन पर प्रतिबंध...

    By Manish NegiEdited By: Updated: Mon, 28 Dec 2015 02:50 AM (IST)

    बर्लिन। तानाशाह एडोल्फ हिटलर की मौत के बाद पहली बार उनकी आत्मकथा 'मीन कैम्फ' नए रूप में प्रकाशित होकर जर्मनी के बाजार में आने जा रही है। हिटलर ने 1924 से 1926 के बीच अपनी आत्मकथा लिखी थी। द्वितीय विश्वयुद्ध के खत्म होने के बाद 'मीन कैम्फ' के प्रकाशन पर प्रतिबंध लगा दिया था। अब चूंकि इस वर्ष इस किताब का 70 वर्ष का कॉपीराइट समाप्त हो रहा है, इसलिए इसके महत्वपूर्ण विवरणों और 3,500 टिप्पणियों के प्रकाशन का रास्ता साफ हो गया है।

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    हालांकि इसके प्रकाशन को लेकर देश भर में काफी तनाव पैदा हो गया है। कुछ लोगों का कहना है कि यह किताब नस्ली भेदभाव पर आधारित है, जबकि कुछ मानते हैं कि यह शिक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण है। इतिहासकारों का कहना है कि जर्मनों के शौर्य के बारे में जानने में यह मददगार साबित होगी। वहीं यहूदी संगठन इसको लेकर बेहद चौकन्ना हैं।

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