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    पहले ही बना लिया था प्लेन क्रैश का इरादा

    By Rajesh NiranjanEdited By:
    Updated: Sun, 29 Mar 2015 03:52 AM (IST)

    फ्रांस में आल्प्स की पहाडिय़ों में जानबूझकर विमान गिराने वाला 28 वर्षीय सहायक पायलट एंड्रियाज लुब्टिज कुछ ऐसा करना चाहता था जिससे लोग उसे भूल नहीं पाए। उसने गर्लफ्रेंड रह चुकी महिला से कहा था कि एक दिन हर कोई उसका नाम जान जाएगा। जर्मन अखबार बिल्ड ने यह खुलासा

    बर्लिन। फ्रांस में आल्प्स की पहाडिय़ों में जानबूझकर विमान गिराने वाला 28 वर्षीय सहायक पायलट एंड्रियाज लुब्टिज कुछ ऐसा करना चाहता था जिससे लोग उसे भूल नहीं पाए। उसने गर्लफ्रेंड रह चुकी महिला से कहा था कि एक दिन हर कोई उसका नाम जान जाएगा। जर्मन अखबार बिल्ड ने यह खुलासा किया है।

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    अखबार को दिए साक्षात्कार में 26 साल की फ्लाइट अटेंडेंट मारिया डब्ल्यू ने बताया कि दुर्घटना की खबर मिलते ही उसे पिछले साल की बात याद आ गई। मारिया के मुताबिक लुब्टिज ने पिछले साल कहा था, 'एक दिन मैं कुछ ऐसा करूंगा जिससे पूरा सिस्टम बदल जाएगा और हर कोई मेरा नाम याद रखेगा।'

    इस महिला के मुताबिक यदि लुब्टिज ने जानबूझकर विमान को नीचे गिराया है तो ऐसा उसने अपनी बीमारी से परेशान होकर किया होगा। उसने बताया कि लुब्टिज का सपना लुफ्थांसा एयरलाइंस में मुख्य पायलट के तौर पर काम करना था, जो व्यवहारिक रूप से काफी मुश्किल था। मारिया ने अखबार को बताया कि लुब्टिज मनोवैज्ञानिक से अपनी बीमारी का उपचार करा रहा था। हालांकि वह अपनी बीमारी को लेकर ज्यादा बात करना पसंद नहीं करता था। उसके अनुसार लुब्टिज काम के दबाव से भी परेशान भी था। आपसी बातचीत में उसने कई बार वेतन कम होने को लेकर भी नाखुशी जाहिर की थी।

    गौरतलब है कि मंगलवार को जर्मनविंग्स का एक विमान आल्प्स की पहाडिय़ों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हादसे में विमान में सवार सभी 150 लोगों की मौत हो गई थी। विमान के वॉयस रिकॉर्डर की जांच से पता चला कि घटना के वक्त विमान का मुख्य पायलट कॉकपिट में नहीं था और लुब्टिज ने जानबूझकर विमान को गिराया था। उसके घर से मिले कागजातों के आधार पर बृहस्पतिवार को जर्मनी के अभियोजकों ने बताया था कि लुब्टिज गहरे अवसाद का शिकार था और उसका इलाज चल रहा था। यह बात उसने कंपनी और अपने सहकर्मियों से छिपाकर रखी थी।

    इस बीच, जर्मनी ने मृतकों की याद में 17 अप्रैल को शोक सभा का आयोजन करने की घोषणा की है। इस कार्यक्रम जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल भी मौजूद रहेंगी। जर्मनविंग्स का संचालन करने वाली कंपनी लुफ्थांसा ने मृतकों के परिजनों को आर्थिक मदद की घोषणा की है।

    आते थे डरावने सपने

    मारिया के अनुसार उसने पिछले साल पांच महीने तक लुब्टिज के साथ काम किया था। इस दौरान दोनों भावनात्मक तौर पर काफी करीब आ गए थे। लुब्टिज की बीमारी सामने आने के बाद उनका ब्रेकअप हो गया था। उसने बताया कि लुब्टिज को रात में डरावने सपने आते थे और वह आधी रात में उठकर चिल्लाने लगता था-हम नीचे गिर रहे हैं।

    बचपन में कई बार गया था हादसे वाली जगह

    जिस जगह पर मंगलवार को विमान गिरा था वहां लुब्टिज बचपन में कई बार आ चुका था। पहाडिय़ों के करीब स्थित सिस्टेरोन शहर के ग्लाइडर क्लब के एक सदस्य ने यह जानकारी दी। इस व्यक्ति के अनुसार 1996 से 2003 के बीच लुब्टिज अपने माता-पिता के साथ यहां कई बार आया था। उसके माता-पिता जर्मनी के एक ग्लाइडर क्लब के सदस्य थे।

    पायलट चिल्लाता रहा और को पायलट ने कॉकपिट का दरवाजा बंद कर लिया

    150 लोगों समेत फ्रांस के आल्प्स में गिरा विमान

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