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इक्वाडोर पर अब जीका का खतरा

विनाशकारी भूकंप की मार झेलने वाले इक्वाडोर पर अब जीका, डेंगू सहित अन्य मच्छरजनित बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है। गैर सरकारी संगठन केयर इंटरनेशनल के अनुसार खराब मौसम के कारण राहत और बचाव का काम बुरी तरह बाधित हो रहा है।

By Ravindra Pratap SingEdited By: Published: Thu, 21 Apr 2016 10:29 PM (IST)Updated: Thu, 21 Apr 2016 10:45 PM (IST)
इक्वाडोर पर अब जीका का खतरा

लंदन, रायटर। बीते सप्ताह विनाशकारी भूकंप की मार झेलने वाले इक्वाडोर पर अब जीका, डेंगू सहित अन्य मच्छरजनित बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है। गैर सरकारी संगठन केयर इंटरनेशनल के अनुसार खराब मौसम के कारण राहत और बचाव का काम बुरी तरह बाधित हो रहा है। भूकंप के कारण बेघर हुए करीब 24 हजार लोग साफ पानी की कमी से जूझ रहे हैं।

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भूकंप से तबाह देश में पुनर्निर्माण के लिए करों में इजाफा

दूसरी ओर, इक्वाडोर के राष्ट्रपति राफेल कोरिया ने पुनर्निर्माण के कार्यो के लिए करों की दर बढ़ाने, संपत्तियां बेचने और अंतरराष्ट्रीय बाजार में नए बांड जारी करने की घोषणा की है। इस दक्षिण अमेरिकी देश में शनिवार को 7.8 की तीव्रता का भूकंप आया था। इससे 570 लोगों की मौत हो गई और सात हजार लोग घायल हो गए। दो हजार इमारतें जमींदोज होने के कारण करीब 24 हजार लोग राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं।

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भूकंप से इक्वाडोर ने तीन अरब डॉलर (करीब दो सौ अरब रुपये) की संपत्ति के नुकसान का आकलन किया है। 1949 के बाद इस देश में यह सबसे भीषण प्राकृतिक आपदा है। उस समय भूकंप के कारण पांच हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। इक्वाडोर में केयर की टीम का नेतृत्व कर रही ल्यूसी हारमेन ने बताया कि प्रभावित इलाकों में जगह-जगह पानी जमा हो गया है। इससे मच्छर तेजी से पैदा हो रहे हैं। इसके कारण जीका और डेंगू का खतरा बढ़ गया है।

उन्होंने बताया कि कई सुदूर इलाकों में लोग पानी, बिजली की कमी से जूझ रहे हैं। सड़कों को नुकसान होने के कारण उनतक मदद पहुंचाना संभव नहीं हो पा रहा है। संयुक्त राष्ट्र मानवीय सहायता प्रमुख स्टीफन ओ ब्रायन ने भी इक्वाडोर के हालात बिगड़ने का अंदेशा जताते हुए पीडि़तों तक जल्द से जल्द मदद पहुंचाने की अपील की है।


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