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    युद्ध पर उतारू चीन ने साउथ चाइना सी पर तैनात किए बमवर्षक विमान!

    By Lalit RaiEdited By:
    Updated: Tue, 19 Jul 2016 05:14 AM (IST)

    दक्षिण चीन सागर पर अपने खिलाफ गए फैसले से चीन में बौखलाहट है। चीन की सरकार ने कहा कि अब वो नियमित तौर से इस इलाके में सैन्य गश्त करते रहेंगे।

    बीजिंग। इंटरनेशनल ट्रिब्यूनल के फैसले के बाद विवादित क्षेत्र में अपने दावे पर जोर देने के प्रयास के क्रम में आज चीन ने सैन्य अभ्यास के लिए दक्षिण चीन सागर (SCS) के एक हिस्से को आज बंद करने का एलान किया। सेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की वायुसेना ने हाल ही में SCS में बमवषर्क विमानों के साथ लड़ाकू विमानों की गश्त लगाई। भविष्य में यह नियमित अभ्यास बन जाएगा।

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    सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार पीएलए वायुसेना के प्रवक्ता शेन जिंके ने कहा कि पीएलए ने रणनीतिक बमवषर्क विमानों और अन्य विमानों, स्काउट एवं टैंकर को उस क्षेत्र में भेजा था। उन्होंने कहा कि वायुसेना का मकसद समुद्र के उपर लड़ाकू विमानों का अभ्यास, सुरक्षा खतरों से निपटने की क्षमता में सुधार और चीन की संप्रभुता एवं सुरक्षा की रक्षा करना शामिल है।

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    चीन ने कहा कि वह इस सप्ताह सैन्य अभ्यास के लिए दक्षिण चीन सागर के एक हिस्से को बंद करने का ऐलान किया है। हैनान के समुद्री प्रशासन ने कहा कि द्वीप के दक्षिणपूर्व इलाके को सोमवार से गुरूवार तक बंद किया जाएगा। यह घोषणा ऐसे वक्त हुई है जब अमेरिकी नौसेना के शीर्ष एडमिरल दक्षिण चीन सागर SCS विवाद पर चर्चा और दोनों सेनाओं के संवाद बढ़ाने के लिए चीन के तीन दिन के दौरे पर हैं।

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    नौसैन्य अभियान के प्रमुख एडम जॉन रिचर्डसन ने बीजिंग और कल बंदरगाह शहर क्वींदाओ की यात्रा की। वह अपने दौरे के दौरान चीन के नौसैन्य कमांडर एडमिरल वू शेंगली के साथ वार्ता कर रहे हैं। उन्हें नौसैन्य सबमरीन एकेडमी भी जाना है। इसके साथ ही चीन के पहले विमान वाहक पोत का दौरा करेंगे और प्रशांत क्षेत्र में सैन्य अभ्यासों पर चर्चा करेंगे।

    चीन ने पिछले मंगलवार को फिलीपीन द्वारा शुरू किये गए मामले में हेग स्थित स्थायी मध्यस्थता अदालत के फैसले को मानने से इंकार कर दिया और मध्यस्थता में शामिल होने से इंकार कर दिया।