अमेरिका से तनातनी के बीच चीन ने पहली बार किया लाइव-फायर युद्धाभ्यास
सरकारी मीडिया के मुताबिक, कोरिया के नजदीक स्थित बोहाइ समुद्र में चीनी सेना ने विमान वाहकों और लड़ाकू विमानों के साथ सैन्य अभ्यास किया।
बीजिंग, प्रेट्र/रायटर : चीन ने विमानवाहक पोत के साथ पहली बार लाइव फायर ड्रिल (बमबारी का अभ्यास) किया। अभ्यास कोरिया की सीमा के निकट बोहाई सागर में किया गया। बोहाई गैर विवादित क्षेत्र है, लेकिन अभ्यास ऐसे वक्त में किया गया है जब दक्षिण चीन सागर और ताइवान को लेकर अमेरिका के साथ चीन का मतभेद बढ़ता जा रहा है।
चीनी नौसेना ने बयान जारी कर बताया कि सोवियत निर्मित लियाओनिंग विमानवाहक पोत और युद्धपोतों ने हवा में हमले को रोकने, विमानरोधी और मिसाइल-रोधी अभ्यास किया। अभ्यास में वास्तविक मिसाइलों से लैस शेनयांग जे-15 लड़ाकू विमानों ने भी भाग लिया। सरकारी सीसीटीवी ने बताया कि गुरुवार को हुए युद्धाभ्यास में 10 विमानों ने शिकरत की।
हवा से हवा, हवा से समुद्र और समुद्र से हवा में मार करने वाली मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया। यह पहला मौका था जब वास्तविक गोला-बारूद और वास्तविक सैनिकों के साथ अभ्यास किया गया। टीवी ने अभ्यास में शामिल लड़ाकू विमानों के पोत से उड़ान भरने, मिसाइलें दागने और समुद्र में स्थित लक्ष्य को नष्ट करने की तस्वीरें भी प्रसारित की है।
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नौसेना ने कहा है कि उपकरणों और सेना के प्रशिक्षण स्तर का परीक्षण करने के उद्देश्य से युद्धाभ्यास किया गया। लियाओनिंग को 2012 में चीन सेना में शामिल किया गया था। इस पोत पर करीब 30 विमान तैनात किए जा सकते हैं। पोत के कमांडर रियर एडमिरल चेन यूकी ने अभ्यास को मील का पत्थर बताया है। इस अभ्यास से पहले चीन ने दक्षिण चीन सागर में सैन्य सुविधा केंद्रों के निर्माण की बात कुबूल की थी। गौरतलब है कि लियाओनिंग के अलावा चीन दो और विमानवाहक युद्धपोत का निर्माण कर रहा है। अगले साल तक इनका निर्माण पूरा होने की उम्मीद है।