सीसीटीवी में दिखा बैंकॉक में ब्रह्मा मंदिर के पास बम रखने वाला
थाइलैंड की पुलिस ने उस संदिग्ध की तलाश शुरू कर दी है जिस पर राजधानी बैंकॉक के ब्रह्मा मंदिर के पास बम रखने का संदेह है। राजधानी के मुख्य व्यवसायिक इलाके में स्थित इरावन मंदिर के पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखने के बाद यह तलाश शुरू की गई
बैंकॉक । थाइलैंड की पुलिस ने उस संदिग्ध की तलाश शुरू कर दी है जिस पर राजधानी बैंकॉक के ब्रह्मा मंदिर के पास बम रखने का संदेह है। राजधानी के मुख्य व्यवसायिक इलाके में स्थित इरावन मंदिर के पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखने के बाद यह तलाश शुरू की गई है। सोमवार की शाम मंदिर के पास धमाके में नौ विदेशियों सहित 22 की मौत हो गई थी और 123 अन्य घायल हो गए थे। इस बीच, मंगलवार को भी बैंकॉक में एक कम तीव्रता का धमाका हुआ। ताक्सिन पुल से सैंथर्न नदी के घाट पर बम फेंका गया। इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
असर
थाइलैंड के प्रधानमंत्री प्रयुथ चान ओचा ने कहा है कि देश की अर्थव्यवस्था और पर्यटन उद्योग को नुकसान पहुंचने के मकसद से यह धमाका किया गया था। मंगलवार को इसका असर भी दिखा। थाइलैंड की मुद्रा बाट और शेयर बाजार में गिरावट दर्ज की गई।
जांच
पुलिस प्रमुख सोमयोत पूम्पुमुआंग ने बताया कि धमाके से थोड़ी देर पहले पीली कमीज में एक व्यक्ति सीसीटीवी में बैग के साथ घटनास्थल पर नजर आता है। थोड़ी देर बाद वह बिना बैग के दिखता है। उन्होंने कहा कि यह व्यक्ति थाई या विदेशी हो सकता है। सुराग की तलाश में पुलिस ने मंगलवार को भी मौके का मुआयना किया।
आशंका
धमाकों की जिम्मेदारी अब तक किसी ने नहीं ली है। प्रधानमंत्री प्रयुथ चान ओचा ने इसके पीछे सरकार विरोधी समूहों का हाथ होने की आशंका से इन्कार नहीं किया है। वहीं, पुलिस प्रमुख का कहना है कि उइगर मुसलमानों का संगठन भी इसके पीछे हो सकता है। तुर्की बोलने वाले उइगर समुदाय के 109 लोगों को थाइलैंड ने पिछले महीने चीन भेज दिया था। पुलिस के अनुसार धमाके के लिए जो तरीका अपनाया गया वह देश के दक्षिण में मौजूद मुस्लिम अलगाववादियों के तौर-तरीकों से मेल नहीं खाते हैं।
प्रतिक्रिया
चीन ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए जिम्मेदार लोगों को सजा दिलाने की मांग की है। वहीं, अमेरिका ने कहा है कि यह कहना जल्दबाजी होगी कि धमाका आतंकी हमला था। पुलिस ने बताया कि मृतकों में चीन के चार, मलेशिया के दो और सिंगापुर, इंडोनेशिया व फिलिपींस के एक-एक नागरिक हैं। घायलों में ज्यादातर चीन और ताइवान से हैं।