पाक का पैंतरा, स्पेशल आजादी ट्रेन पर लगाए आतंकी बुरहान वानी के पोस्टर
आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान के इरादे संदेह के घेरे में है। पाकिस्तान आतंकवाद रोकने की बात करता है। लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है।
नई दिल्ली। दुनिया के सामने पाकिस्तान खुद को आतंकवाद से पीड़ित बताता है। लेकिन उसकी हर एक हरकत ये साबित करने के लिए पर्याप्त है कि वो आतंकवाद रोकने के लिए गंभीर है ही नहीं। पाकिस्तान ने पहले कश्मीर में मारे गए हिजबुल आतंकी बुरहान वानी को शहीद बताया और अब पाकिस्तान ने आतंकवादी बुरहान वानी की तस्वीर को ‘आजादी स्पेशल ट्रेन’ पर जगह दी है। 14 अगस्त को यह ट्रेन पेशावर से कराची जाएगी।
ट्रेन पर बुरहान वानी की तस्वीर बतौर शहीद लगाई गई है। बीते दिनों कश्मीर हिंसा में मारे गए लोगों के पोस्टर को भी ट्रेन के बोगियों पर लगाया गया है। पाकिस्तान के साथ ही भारत के कुछ अलगाववादी नेता भी इस भारत विरोधी अभियान में पाकिस्तान सरकार का साथ दे रहे हैं। कश्मीर में रहने वाले अलगाववादी सैयद अली शाह गिलानी ने खुशी जताते हुए ट्रेन की बोगी पर लगे बुरहान वानी के पोस्टर को ट्वीट करते हुए लिखा है कि स्पेशल आजादी ट्रेन 14 अगस्त को पेशावर से कराची के लिए रवाना होगी। ट्रेन पर कमांडर बुरहान वानी और दूसरों की तस्वीर लगी है।
मीडिया के दबाव में आकर पाक ने बुरहान वानी को बताया था शहीद
पाकिस्तान का दोहरा चरित्र सबके सामने आ गया है। गृह मंत्रियों के सार्क सम्मलेन में उनके स्पीच तक को पाकिस्तान सरकार ने टीवी चैनलों पर ब्लैक आउट कर दिया था। वहीं हाफिज सईद और सलाउद्दीन जैसे आतंकवादियों को खुलेआम पाकिस्तान में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भारत को परमाणु युद्घ की खुली धमकी देनी की छूट दे रखी है। आतंकवादी बुरहान वानी के पोस्टर को सरकारी ट्रेन के बोगियों पर चिपका कर शहीद का दर्जा दिया जा रहा है। इससे पाकिस्तान की मंशा साफ झलकती है और पता चलता है कि वह आतंकवाद के खिलाफ लड़ने के लिए कितना गंभीर है।
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