रोहिंग्या विद्रोहियों से निपटने में मदद को तैयार बांग्लादेश
बांग्लादेश की ओर से रोहिंग्या विद्रोहियों से निपटने के लिए म्यांमार को संयुक्त सैन्य कार्रवाई का प्रस्ताव दिया गया है।
ढाका (एएफपी)। रोहिंग्या शरणार्थियों की समस्या से परेशान बांग्लादेश ने म्यांमार के समक्ष रोहिंग्या विद्रोहियों के खिलाफ संयुक्त सैन्य कार्रवाई का प्रस्ताव रखा है। म्यांमार ने फिलहाल इस पर अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है। संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ने म्यांमार के रखाइन प्रांत में सेना और रोहिंग्या विद्रोहियों के बीच संघर्ष में आम नागरिकों के मारे जाने का अंदेशा जताया है।
विद्रोहियों ने बीते शुक्रवार को रखाइन में 30 पुलिस नाकों और एक सैन्य अड्डे पर सुनियोजित तरीके से हमला किया था। इसके बाद फैली हिंसा में 80 विद्रोहियों समेत सौ से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। हिंसा से बचने के लिए हजारों की तादाद में रोहिंग्या मुस्लिम बांग्लादेश की ओर पलायन करने लगे हैं। इससे बांग्लादेश की चिंता बढ़ गई है।
यूएन ने तीन हजार से ज्यादा रोहिंग्या शरणार्थियों के बांग्लादेश में पहुंचने की पुष्टि की है। बांग्लादेश में पहले से ही तकरीबन चार लाख रोहिंग्या मुसलमानों ने शरण ले रखा है। ऐसे में विद्रोहियों से निपटने के लिए बांग्लादेश ने म्यांमार के समक्ष संयुक्त सैन्य कार्रवाई का प्रस्ताव रखा है। बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय के एक शीर्ष अधिकारी ने म्यांमार दूतावास के प्रभारी से मुलाकात कर साझा कार्रवाई की बात कही है।
यूएन महासचिव ने जताई चिंता
यूएन महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने हिंसा में आम लोगों के मारे जाने की रिपोर्ट पर गहरी चिंता जताई है। गुतेरस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक की ओर से जारी बयान में बांग्लादेश से शरणार्थियों का सहयोग करने का आग्रह किया गया है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।