15 को ही घर लौटने वाली थी जूडिथ, अब तक पता नहीं
बीते शुक्रवार को जूडिथ डिसूजा का अपहऱण हो गया था लेकिन अभी तक उसका कोई पता नहीं है।
कोलकाता, (जागरण संवाददाता)। यदि काबुल में अगवा नहीं हुई होती तो जूडिथ डिसूजा बुधवार को कोलकाता स्थित अपने घर लौट आती। लेकिन एक ही झटके में सबकुछ बदल गया और उसके परिवार को इंतजार की राह में खड़ा कर दिया।
गत शुक्रवार को काबुल से जूडिथ के अपहरण होने की सूचना ने परिवार पर बज्रपात का काम किया था। बेटी कहां है और किस हालत में है इसकी भी जानकारी मिलने के लाले पड़ गए। घटना के छह दिन बीत जाने के बाद विदेश मंत्रालय भी सिर्फ आश्वासन पर ही काम कर रहा है। किस संगठन ने जूडिथ को अगवा किया है इसकी भी जानकारी जुटाने में मंत्रालय असमर्थ है।
अमूमन इस तरह की अपहरण की घटनाओं में अपहरणकर्ता जिम्मेदारी ले लेते हैं, लेकिन जूडिथ के मामले में अभी तक किसी संगठन ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है। वहीं विदेश मंत्रालय जूडिथ को खोजने का प्रयास किए जाने का आश्वासन दे रहा है। साथ ही दुखी परिवार से हौसला बनाए रखने का अनुरोध भी कर रहा है।
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