नाइक के एनजीओ को मिला विदेशी चंदा जांच के दायरे में
जाकिर नाइक के एनजीओ को ज्यादातर विदेशी चंदा ब्रिटेन, सऊदी अरब और कुछ पश्चिम एशियाई देशों से मिला है। गृह मंत्रालय इसकी जांच कर रहा है।
नई दिल्ली (प्रेट्र)। गृह मंत्रालय विवादास्पद मुस्लिम धर्म प्रचारक जाकिर नाइक के एनजीओ इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आइआरएफ) की गतिविधियों की जांच कर रहा है। आरोप है कि एनजीओ को विदेश से मिले चंदे का इस्तेमाल राजनीतिक गतिविधियों और कट्टरपंथी विचारों को बढ़ावा देने में किया गया।
गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक आइआरएफ पर विदेशी योगदान नियमन कानून (एफसीआरए) के तहत मामला दर्ज किया गया है। जांच चल रही है। एनजीओ को ज्यादातर विदेशी चंदा ब्रिटेन, सऊदी अरब और कुछ पश्चिम एशियाई देशों से मिला है। पांच वर्षो में आइआरएफ को 15 करोड़ रुपये का चंदा मिला है।
अधिकारी ने बताया कि गृह मंत्रालय की जांच विदेशी चंदे का इस्तेमाल लोगों को इस्लाम में लाने और युवाओं को आतंकी गतिविधियों की ओर आकर्षित करने की रिपोर्ट पर केंद्रित है। जांचा जा रहा है कि चंदा किस उद्देश्य से भेजा गया। इसका इस्तेमाल कैसे हुआ। दूसरी ओर, खुफिया रिपोर्ट में जाकिर के टीवी चैनल पीस टीवी की सामग्री को देश की सुरक्षा की दृष्टि से अनुकूल नहीं पाया गया है। रिपोर्ट में इसे सुरक्षा को खतरा बताया गया है।
मालूम हो कि ढाका के होली आर्टिसन कैफे में हमला करने वाले कुछ आतंकी जाकिर को आदर्श मानते थे। वे जाकिर के भाषणों से प्रेरित थे। ऐसी रिपोर्ट सामने आने के बाद से मुंबई के जाकिर जांच एजेंसियों के निशाने पर हैं। महाराष्ट्र सरकार ने पिछले हफ्ते जाकिर के भाषणों की जांच का आदेश दिया था।
गृह मंत्री राजनाथ सिंह भी कह चुके हैं कि जाकिर के भाषणों की जांच हो रही है। उन्होंने जोर दिया कि सरकार आतंकवाद के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं करेगी।