औरत का शरीर तो मंदिर है: डॉ. हर्षवर्धन
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन एक बार फिर अपने बयान से विवादों में फंस गए हैं। महिला के शरीर को मंदिर बताए जाने संबंधी उनके बयान पर सोशल मीडिया में तूफान मच गया है। हर्षवर्धन यहां के एक महिला कॉलेज की 50वीं सालगिरह के मौके पर बोल रहे थे। उन्होंने शहरी युवा महिलाओं में बीमारियों के बढ़ते मामलों के संदर्भ मे
नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन एक बार फिर अपने बयान से विवादों में फंस गए हैं। महिला के शरीर को मंदिर बताए जाने संबंधी उनके बयान पर सोशल मीडिया में तूफान मच गया है।
हर्षवर्धन यहां के एक महिला कॉलेज की 50वीं सालगिरह के मौके पर बोल रहे थे। उन्होंने शहरी युवा महिलाओं में बीमारियों के बढ़ते मामलों के संदर्भ में यह बात कह डाली। उन्होंने कहा, 'महिला का शरीर मंदिर है, जो देश के भविष्य के नजरिए से बेहद अहम है। स्वस्थ महिला की नई पीढ़ी तैयार करने का बेहतर असर फैमिली, सोसाइटी और देश पर पड़ेगा, क्योंकि हर महिला अपने प्रोफेशन के अलावा कई और भूमिकाओं में होती है। मसलन, मां, बच्चों की टीचर आदि।'
ट्विटर पर आलोचना
मंत्री जी के इस बयान से ट्विटर पर बवाल मच गया। ट्विटर यूजर्स ने इस तरह की भाषा बोलने पर हर्षवर्धन की जमकर आलोचना की और मजाक भी उड़ाया। हर्षवर्धन का यह भी कहना था कि युवा महिलाओं में स्मोकिंग, ड्रिंकिंग और ड्रग्स लेने का ट्रेंड बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, 'हम मॉडर्न लाइफस्टाइल से पैदा हो रही चुनौतियों से चिंतित हैं। एक तरफ जहां काम का काफी दबाव होता है, वहीं दूसरी तरह खाने-पीने और सोने की आदतें बदल रही हैं। सरकार को चाहिए कि वह इन खराब आदतों से निपटने के लिए सामाजिक, धार्मिक और परोपकारी संगठनों को मदद करे।' उन्होंने ज्यादा एक्सरसाइज और डायटिंग के जरिए दुबला होने की कोशिशों का भी सुझाव दिया।
पहले भी दिया विवादित बयान
पिछले कुछ समय से हर्षवर्धन अपनी टिप्पणियों और बयानों के कारण निशाने पर रहे हैं। मंत्री पद संभालने के कुछ ही दिनों बाद उन्होंने कहा था कि एड्स के खिलाफ जागरुकता अभियान में जरुरत से ज्यादा जोर कॉन्डम के इस्तेमाल पर है, जबकि नैतिक मूल्यों और जीवनसाथी के प्रति बेवफाई नहीं करने से जुड़े अभियानों पर फोकस नहीं है।
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