'सीबीआइ के वकील ने कोर्ट से क्यों झूठ बोला?'
सीबीआई और सरकार का झूठ सामने आते ही राजनीतिक माहौल गरमा गया है। सुप्रीम कोर्ट ने भी कड़े तेवर अपना लिए हैं। सीबीआई ने स्टेटस रिपोर्ट सरकार को दिखाई थी यह जब खुलासा हुआ तब भी सुप्रीम कोर्ट को सीबीआई ने कहा था कि रिपोर्ट किसी को नहीं दिखाई गयी है। लेकिन अब सीबीआई निदेशक के हलफनामे में यह बात सामने अ
नई दिल्ली। सीबीआइ और सरकार का झूठ सामने आते ही राजनीतिक माहौल गरमा गया है। सुप्रीम कोर्ट ने भी कड़े तेवर अपना लिए हैं। सीबीआइ ने स्टेटस रिपोर्ट सरकार को दिखाई थी यह जब खुलासा हुआ तब भी सुप्रीम कोर्ट को सीबीआई ने कहा था कि रिपोर्ट किसी को नहीं दिखाई गयी है। लेकिन अब सीबीआइ निदेशक के हलफनामे में यह बात सामने आ गई है कि यह स्टेटस रिपोर्ट कानून मंत्री और दो संयुक्त सचिव की नजर से गुजरी थी। अब सुप्रीम कोर्ट से सीबीआई से पूछा है कि सीबीआई के वकील ने 12 मार्च को अदालत को क्यों बताया कि रपट किसी को नहीं दिखाई गई थी?
पढ़ें: सरकार के दबाव में बदली गई स्टेटस रिपोर्ट
आपको बता दें सीबीआइ ने सुप्रीम कोर्ट में वादा किया था कि जांच की प्रगति रिपोर्ट सरकार से साझा नहीं करेगी। लेकिन इसके बावजूद उसने ऐसा किया है। इधर इस मामले पर विपक्ष भी कड़े तेवर अपना रहा है। राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली और पार्टी प्रवक्ताओं व अन्य नेताओं ने कहा कि अश्विनी कुमार ने प्रधानमंत्री को बचाने के लिए रिपोर्ट बदलवाई, यह अब स्पष्ट है, इसके बाद अब उन्हें पद पर बने रहने का कोई नैतिक हक नहीं है। भाकपा नेता गुरुदास दास गुप्ता और सपा के नरेश अग्रवाल समेत अन्य दलों ने भी सरकार पर सीबीआइ के दुरुपयोग का आरोप लगाया।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर