घोटाले से जुड़े मामले में कांग्रेस ने मांगा गृह राज्यमंत्री रिजिजू का इस्तीफा
केंद्र के मंत्री किरण रिजिजू पर लगे कथित भ्रष्टाचार के आरोप को कांग्रेस पार्टी भुनाने में जुट गई है। कांग्रेस ने एक टेप जारी करते हुए रिजिजू के खिलाफ सबूत पेश करने का दावा किया है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कांग्रेस ने अरुणाचल प्रदेश में हाइड्रो पावर परियोजना के बांध निर्माण में कथित घोटाला मामले में घिरे केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री किरन रिजिजू का इस्तीफा मांगा है। अरुणाचल प्रदेश में बांध निर्माण की सीवीसी जांच से सवालों के कठघरे में आए रिजिजू ने इस मामले में उनका नाम उछालने को झूठा करार देते हुए कहा कि 'जो ऐसी खबरें फैला रहे हैं वह हमारे यहां आएंगे तो जूते खाएंगे।'
तो भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने इसे अपने पापों पर पर्दा डालने की कांग्रेस की कोशिश करार दिया। उन्होंने कहा कि जिस वक्त बांध का ठेका दिया गया था उस वक्त केंद्र और राज्य दोनों स्थानों पर कांग्रेस की ही सरकार थी। गृह राज्यमंत्री के इन तीखे तेवरों के बावजूद कांग्रेस ने सीधे तौर पर उन पर हमला बोलते हुए कठघरे में खड़ा किया। बांध परियोजना से जुडे़ ठेकेदार व रिजीजू के कथित भाई गोबोई रिजिजू के भुगतान की पैरवी के लिए ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल को लिखे किरण रिजिजू के पत्र के साथ कांग्रेस ने उनका इस्तीफा मांगने के लिए बातचीत का एक आडियो टेप भी जारी किया।
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इस टेप में कथित तौर पर रिजिजू का भाई ईस्टर्न इलेक्टि्रकल पावर कारपोरेशन के मुख्य सर्तकता अधिकारी सतीश वर्मा के साथ उसके लंबित भुगतान के बदले वर्मा को गृह राज्यमंत्री के सहारे प्रमोशन दिलाने की बात कह रहा है। कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष रणदीप सुरजेवाला ने इस टेप को जारी करने के साथ कहा कि इस परियोजना के ठेके में घपलों के अनेक उदाहरण है। उन्होंने कहा कि करीब 450 करोड रुपए के इस घोटाले में बिना काम किए ही लाखों-करोड़ों के बिल सौंपे गए हैं। स्कूटर-मोटरसाइकिल, तीन पहिये, कार को ट्रक बना ढुलाई के लिए किराये का बिल बनाया गया है।
सुरजेवाला ने कहा कि इस हाइड्रो बांध परियोजना के घोटाले की जांच करने वाले सीवीसी ने केन्द्रीय सर्तकता आयोग, सीबीआई और केन्द्रीय ऊर्जा मंत्रालय को भ्रष्टाचार के सबूतों के साथ 129 पन्ने की रिपोर्ट सौंपी है। इस रिपोर्ट में ईस्टर्न इलेक्टि्रकल कारपोरशन लिमिटेड के प्रबंधक निदेशक को भी भ्रष्टाचार के मामले में दोषी बताया गया है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि भ्रष्टाचार को बर्दास्त नहीं करने की बात करने वाले प्रधानमंत्री को तत्काल अपने गृह राज्यमंत्री का इस्तीफा ले लेना चाहिए।रिजीजू ने यह तो माना कि उन्होंने गोयल को पत्र लिखा था लेकिन वह सिर्फ एक प्रतिनिधि के रूप मे लिखा था।
उन्होंने कहा कि गोबोई उनके भाई नहीं है और न ही उन्होंनें बांध के बाबत कोई पैरवी की। थोड़े बौखलाए रिजिजू ने कहा कि जो लोग ऐसी बाते फैला रहे हैं वह अरुणाचल आएं तो जूते खाएंगे। रिजिजू ने कहा कि प्रधानमंत्री ने उनसे इस मामले में अभी कोई स्पष्टीकरण नहीं मांगा है। वहीं भाजपा के प्रवक्ता जीवीएल नरसिंहाराव ने सर्तकता अधिकारी सतीश वर्मा पर भी सवाल खड़े किए और आरोप लगाया कि वह कांग्रेस के लिए फिक्सर का काम करते हैं। जीवीएल ने कहा कि केंद्रीय सतर्कता आयोग की शिकायत के बाद सतीश वर्मा को पद से हटाया गया था।
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