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    हर राज्य में एम्स के लिए सक्रिय हुए हर्षवर्धन

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    Updated: Sun, 01 Jun 2014 07:16 AM (IST)

    हर राज्य में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान [एम्स] की स्थापना करने के भाजपा के चुनावी वादा को पूरा करने के लिए स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कमर कस लिया है। इसके लिए वह सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर सहयोग मांगेंगे।

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    नई दिल्ली। हर राज्य में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान [एम्स] की स्थापना करने के भाजपा के चुनावी वादा को पूरा करने के लिए स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कमर कस लिया है। इसके लिए वह सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर सहयोग मांगेंगे।

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    शनिवार को जारी बयान में स्वास्थ्य मंत्री ने अपने इरादे को स्पष्ट कर दिया। बकौल हर्षवर्धन, 'मैं मुख्यमंत्रियों और राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों तक यह संदेश पहुंचाना चाहूंगा कि देश के हर गरीब को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए मोदी सरकार प्रतिबद्ध है। अगर हम मिलकर बैठे तो यह काम करना जरा भी मुश्किल नहीं है।' स्वास्थ्य मंत्री ने शुक्रवार को छह राज्यों में एम्स की स्थापना को लेकर जारी परियोजना की समीक्षा की। उन्होंने इन संस्थानों के निदेशकों को भरोसा दिलाया कि वह संबंधित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से संपर्क कर एम्स परियोजना को जल्द पूरा कराने की कोशिश करेंगे। हर्षवर्धन ने इस बैठक में यह भी कहा कि अगर अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री एम्स की स्थापना के लिए रुचि दिखाते हैं तो केंद्र इसके लिए आगे आकर जरूरी कदम उठाएगा।

    स्वास्थ्य मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे राज्यों में एम्स स्थापित करने की संभावना के बारे में विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर उन्हें एक सप्ताह के अंदर सौंपे। उन्होंने मुख्यमंत्रियों से आग्रह किया कि केंद्र की इस महत्वाकांक्षी योजना का लाभ उठाने के लिए वे आगे आएं। हर्षवर्धन के अनुसार, 'किसी अस्पताल की स्थापना के लिए भूमि अधिग्रहण कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। लिहाजा सभी मुख्यमंत्री एम्स के लिए बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने के प्रस्ताव के साथ आएं। राज्य सरकार सिर्फ जमीन का प्रबंध करे, हम वहां एम्स की स्थापना का काम शुरू कर देंगे।' इस संबंध में उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा जमीन मुहैया नहीं कराने के कारण पश्चिम बंगाल के रायगंज में एम्स की स्थापना नहीं हो सकी।

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