पुलिस एनकाउंटर में सैफुल्ला समेत 2 आतंकी ढेर, जिंदा पकड़ा गया तीसरा आतंकी
बताया जाता है कि रात करीब नौ बजे पुलिस को उसके सही ठिकाने का पता चला। यह ठिकाना लालचौक और नागरिक सचिवालय के बीच स्थित हरि सिंह हाईस्ट्रीट के सराईबाला इलाके में था।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। ग्रीष्मकालीन राजधानी में सोमवार सुबह दो आतंकी हमलों में तीन पुलिसकर्मियों की शहादत के बाद हरकत में आई पुलिस ने देर रात सचिवालय से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर सराईबाला में जैश-ए-मोोहम्मद के कमांडर सैफुल्ला समेत दो आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराया। मारे गए आतंकियों का एक साथी जिंदा पकड़ा गया है, जबकि सूत्र दावा कर रहे हैं कि उसने आत्मसमर्पण किया है।
सैफुल्ला व उसके साथी के मारे जाने के बाद पूरे इलाके में स्थानीय लोग सड़कों पर उतर आए। उन्होंने पुलिस पर फर्जी मुठभेड़ को अंजाम देने का आरोप लगाते हुए कहा कि दो अज्ञात निर्दोष लोगों को पकड़ कर मारा है। अलबत्ता, पुलिस ने इन आरोपों को नकार दिया।
सूत्रों की मानें तो सैफुल्ला अगले एक दो दिन में श्रीनगर शहर में किसी बड़े आत्मघाती हमले को अंजाम देने की साजिश रच रहा था। पुलिस को शहर में उसकी आमद की खबर लग चुकी थी, लेकिन उसका सही ठिकाना पता नहीं चल रहा था। सुबह हिजबुल आतंकियों द्वारा किए गए हमलों के बाद पुलिस द्वारा बढ़ाए गए इलेक्ट्रानिक सर्वलांस और ग्राउंड नेटवर्क के चलते सैफुल्ला नजर में आ गया।
बताया जाता है कि रात करीब नौ बजे पुलिस को उसके सही ठिकाने का पता चला। यह ठिकाना लालचौक और नागरिक सचिवालय के बीच स्थित हरि सिंह हाईस्ट्रीट के सराईबाला इलाके में था। इस जगह से राज्य पुलिस के विशेष अभियान दल का श्रीनगर मुख्यालय, नागरिक सचिवालय, पुलिस नियंत्रण कक्ष और राज्य हाईकोर्ट मात्र एक से डेढ़ किलोमीटर के दायरे में ही हैं।
पुलिस ने रात करीब दस बजे सैफुल्ला के ठिकाने की घेराबंदी शुरू की। पुलिस को अपने ठिकाने के पास देखते ही सैफुल्ला व उसके साथियों ने वहां से भागने का प्रयास करते हुए गोली चलाई। पुलिस ने भी जवाबी फायर किया और उसके बाद हुई मुठभेड़ में सैफुल्ला व उसका एक साथी मारा गया। पुलिस ने उसके एक अन्य साथी को जिंदा पकड़ लिया। पुलिस महानिदेशक के राजेंद्रा ने सैफुल्ला समेत दो आतंकियों के मारे जाने की पुष्टिï करते हुए कहा कि उसका संबध जैश-ए-मुहम्मद से था। उन्होंने सैफुल्ला की मौत को एक बड़ी कामयाबी करार देते हुए कहा कि उसके पकड़े गए साथी से पूछताछ हो रही है। अलबत्ता, सूत्रों ने दावा किया है कि सैफुल्ला बीते कई महीनों से श्रीनगर और उसके साथ सटे इलाकों में जैश का कैडर तैयार कर रहा था।
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