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    श्रीनगर में डेढ़ घंटे में दो आतंकी हमले, तीन पुलिसकर्मी शहीद

    By Manish NegiEdited By:
    Updated: Mon, 23 May 2016 07:00 PM (IST)

    आतंकवादियों ने श्रीनगर के जदीबल पुलिस थाने के बाद आतंकियों ने टैंगपोरा में सीआरपीएफ की एक पोस्ट को अपना निशाना बनाया है। इन दो हमलों में तीन पुलिसकर्मी शहीद हो गए हैं।

    राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। बजट सत्र से दो दिन पहले सोमवार को आतंकियों ने ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में सुरक्षा प्रबंधों की धज्जियां उड़ाते हुए डेढ़ घंटे के अंतराल पर दो हमले किए। इन हमलों में तीन पुलिसकर्मी शहीद व एक अन्य जख्मी हो गया। आतंकी एक पुलिसकर्मी की राइफल भी लेकर भाग निकले।

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    इन हमलों की जिम्मेदारी स्थानीय आतंकियों के सबसे बड़े संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन ने ली है। आतंकी हमले के बाद श्रीनगर समेत पूरी वादी में रेड अलर्ट घोषित कर आतंकियों की धरपकड़ के लिए उनके सभी संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है।
    श्रीनगर में 25 से बजट सत्र शुरू हो रहा है और इसको लेकर पहले से सुरक्षा प्रबंध कड़े हैं। बावजूद इसके आतंकियों ने पहला हमला सुबह करीब पौने ग्यारह बजे डाउन-टाउन में जड़ीबल इलाके में किया। शिया बहुल इलाके में आतंकियों ने पुलिस स्टेशन से करीब 300 मीटर की दूरी पर स्थित मिल स्टॉप पर एक दुकान के पास खड़े तीन पुलिसकर्मियों को निशाना बनाया। बताया जाता कि मोटरसाइकिल पर आए दो आतंकियों ने पुलिसकर्मियों पर बिल्कुल नजदीक से अंधाधुंध गोलियां बरसाई। हेडकांस्टेबल नजीर अहमद को सिर में गोलियां लगीं, जबकि असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर गुलाम मुहम्मद की छाती और गर्दन में गोलियां लगी। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि एक अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गया। हमले के फौरन बाद आतंकी निकटवर्ती शरीबट (जड़ीबल) इलाके की तरफ भाग निकले।
    इस बीच, गोलियों की आवाज से पूरे इलाके में अफरा-तफरी फैल गई। सभी दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद हो गए। पुलिस व अर्धसैनिकबलों के जवान व वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने घटनास्थल का जायजा लेते हुए आतंकियों को पकडऩे के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।

    जड़ीबल हमले में गोलियों की गूंज शांत भी नहीं हुई थी कि 12:15 बजे आतंकियों ने श्रीनगर-बारामुला राजमार्ग पर स्थित टेंगपोरा, श्रीनगर चौक में जम्मू-कश्मीर पसमांदा तबकजात कमेटी के अध्यक्ष मुहम्मद अब्दुल्ला के अंगरक्षक कांस्टेबल मुहम्मद सादिक को नजदीक से गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। आतंकी सादिक की सरकारी राइफल भी अपने साथ उठा ले गए। हमले के समय मुहम्मद अब्दुल्ला अपने अंगरक्षक के साथ नहीं थे।

    हिजबुल मुजाहिद्दीन ने ली हमले की जिम्मेदारी

    इस बीच, हिजबुल मुजाहिद्दीन के कश्मीर स्थित प्रमुख प्रवक्ता बुरहानुद्दीन वानी ने शहर में पुलिस कर्मियों पर दोनों हमलों की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि ये हमले ऑपरेशनल चीफ कमांडर द्वारा सुरक्षाबलों के खिलाफ कार्रवाई के लिए गठित विशेष दस्ते ने किए हैं। बुरहानुद्दीन ने कहा कि सुरक्षाबलों और उनके ठिकानों पर हमारे हमले आगे भी जारी रहेंगे।

    आतंकी हमले आने वाले खतरे का संकेत : उमर
    नेशनल कांफ्रेंस के कार्यवाहक प्रमुख व पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने श्रीनगर में हुए दो आतंकी हमलों की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए इन्हें आने वाले खतरे का संकेत करार दिया। उन्होंने कहा कि लोगों में सुरक्षा और विश्वास की भावना पैदा करने के लिए सरकार को तुरंत ठोस कदम उठाने होंगे। उमर ने कहा कि ये हमले घोर चिंता का विषय हैं। इससे न सिर्फ स्थानीय शहरियों में बल्कि कश्मीर आने वाले पर्यटकों में भी भय पैदा हो गया है। राज्य सरकार को लोगों में सुरक्षा और विश्वास की भावना पैदा करने के लिए सक्रियता दिखानी चाहिए। नेकां नेता ने शहीद पुलिसकर्मियों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हुए शोक संतप्त परिवारों के साथ अपनी गहरी संवेदना जताई है।

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