जम्मू कश्मीर के पहलगाम में मुठभेड़, सुरक्षाबलों के घेरे में आए तीन आतंकी
एसएसपी अनंतनाग जुबैर खान ने कहा कि रात तक मुठभेड़ चल रही थी।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : दक्षिण कश्मीर में अनंतनाग के पहलगाम के आवूरा गांव में छिपे हिजबुल मुजाहिदीन के तीन आतंकियों को सुरक्षाबलों ने घेर लिया है। उन्हें पकड़ने के लिए शाम से शुरू अभियान रात तक जारी था। इसी दौरान आतंकियों को बचाने के लिए मुठभेड़ स्थल पर स्थानीय ग्रामीण जमा हो गए। इसके अलावा श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित बिजबिहाड़ा में मुठभेड़ के खिलाफ सड़कों पर उतरे लोगों व पुलिस के बीच हिंसक झड़पें हुई। इनमें पांच लोग जख्मी हो गए। उधर सूत्रों ने दो स्थानीय आतंकियों मसूद शाह और आदिल के मारे जाने का दावा किया और उनके तीसरे साथी को सुरक्षाबलों द्वारा घेर लेने की बात कही।
दूसरी ओर एसएसपी अनंतनाग जुबैर खान ने कहा कि रात तक मुठभेड़ चल रही थी। हमने किसी भी आतंकी का शव बरामद नहीं किया है। इसलिए हम किसी आतंकी के मारे जाने की पुष्टि नहीं कर सकते। दो से चार आतंकी घेरे में हैं। आतंकियों को बार-बार आत्समर्पण की चेतावनी दी गई, लेकिन उन्होंने फायरिंग जारी रखी। हमें भी गोली चलानी पड़ी।
यह भी पढ़ें: जम्मू कश्मीर: बांडीपोर में एनकाउंटर खत्म, एक आतंकी ढेर
मिली जानकारी के अनुसार दोपहर बाद अनंतनाग पुलिस को अपने तंत्र से पता चला कि तीन से चार आतंकी पहलगाम से करीब पांच किलोमीटर पहले आवूरा गांव में किसी संपर्क सूत्र के पास आए हैं। उसी समय पुलिस के विशेष अभियान दल एसओजी ने सेना की आरआर और सीआरपीएफ के जवानों के साथ मिलकर आवूरा का रुख किया। जवानों ने साढ़े तीन बजे गांव की घेराबंदी शुरूकर दी। आतंकियों ने भागने का प्रयास किया। उन्होंने जवानों पर पहले ग्रेनेड फेंका और फिर स्वचालित हथियारों से फायरिंग कर घेराबंदी तोड़ने की कोशिश की, पर नाकाम रहे और उन्हें वापस ठिकाने में पोजीशन लेनी पड़ी।
संबंधित अधिकारियों ने बताया कि यह मुठभेड़ शाम साढ़े चार बजे शुरू हुई थी। अंधेरा होने के बाद स्थानीय लोगों की सुरक्षा को देखते हुए अभियान को स्थगित किया गया। आतंकी एक मंजिला मकान में छिपे हैं। उनके भागने के सभी रास्ते बंद कर दिए गए हैं। इस बीच आवूरा में मुठभेड़ की खबर फैलते ही स्थानीय ग्रामीणों के अलावा सल्लर व साथ सटे इलाकों से भी बड़ी संख्या में लोग उत्तेजक नारेबाजी करते हुए मुठभेड़स्थल पर जमा हो गए।
यह भी पढ़ें: कासालपाड़ मुठभेड़ में शामिल नक्सलियों ने किया आत्म समर्पण
उन्होंने आतंकियों को वहां से सुरक्षित रास्ता देने के लिए सुरक्षाबलों पर पथराव शुरू कर दिया। सुरक्षाबलों ने पूरी तरह संयम बरता। स्थिति को बेकाबू होते देख पुलिस ने ¨हसक ग्रामीणों को वहां से खदेड़ने के लिए लाठियों और आंसूगैस का इस्तेमाल किया।