आतंक की नर्सरी से आती फूलों की महक
त्राल ने राज्य स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा घोषित 12वीं की परीक्षा परिणामों के जरिए बदलती हवा का संकेत दिया है।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। आतंकियों की नर्सरी के तौर पर कुख्यात दक्षिण कश्मीर के त्राल ने राज्य स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा घोषित 12वीं की परीक्षा परिणामों के जरिए बदलती हवा का संकेत दिया है।
हालांकि अभी तक बोर्ड ने पोजीशन की आधिकारिक घोषणा नहीं की है। लेकिन डाडसर त्राल की रहने वाली छात्रा शाहीरा शमीम और कुर्रतुल पहले स्थान पर रही हैं। शाहीरा की कामयाबी पर एसपी अवंतीपोर ने उसके घर जाकर बधाई दी और सम्मानित किया।
उल्लेखनीय है कि गत वर्ष वादी में जारी रहे हिंसाचक्र का केंद्र त्राल ही था। डाडसर-त्राल से ही हिज्ब आतंकी बुरहान का संबंध था। बुरहान का उत्तराधिकारी जाकिर उर्फ मूसा भी त्राल का ही रहने वाला है। दक्षिण कश्मीर में सक्रिय आतंकियों में से एक दर्जन से ज्यादा त्राल और उसके आसपास के इलाकों से ही संबंध रखते हैं।
21 जनवरी को राज्य स्कूल शिक्षा बोर्ड ने 12वीं की वार्षिक परीक्षा का परिणाम घोषित किया था। यह सिर्फ बोर्ड परीक्षा के नतीजे नहीं थे, यह वादी में अलगाववादियों और आतंकियों की साजिशों के दुष्चक्र में फंसे स्थानीय छात्रों की चाह का भी एलान था। कुल 75 फीसद परीक्षार्थी सफल हुए हैं। यह बीते कई वर्षो में अब तक 12वीं कक्षा का सबसे बेहतर सफल परिणाम है।
वादी में पिछले साल लगभग 150 दिनों तक अलगाववादियों के बंद और सिलसिलेवार हिंसक प्रदर्शनों के बीच यह परीक्षा परिणाम हैरान करने वाला ही नहीं, युवाओं के हाथों में पत्थर देने वालों के खिलाफ फरमान भी था। सबसे बड़ी उपलब्धि जो अब तक इस परीक्षा परिणाम में सामने आई, वह डाडसर त्राल की रहने वाली शाहीरा शमीम पुत्र शमीम अहमद और त्राल के साथ सटे अवंतीपोर पुलिस स्टेशन में बतौर मुंशी कार्यरत पुलिसकर्मी आशिक हुसैन की बेटी कुर्रतुल आशिक का मेरिट में सबसे आगे रहना है। उनके साथ अनीका नामक एक और स्थानीय छात्रा भी मेरिट में रही है।
शाहीरा ने 500 में से 498 अंक हासिल किए हैं। कुर्रतुल ने भी 99वे प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। दोनों की उपलब्धियों का जश्न त्राल मना रहा है। उनके बारे में कहा जा रहा है कि वे आतंक की नर्सरी में खिले रहे खुशबूदार फूलों की महक है।
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