दशहरा और दीपावली के लिए जल्दी बुक कराएं टिकट, अधिकतर ट्रेनें पैक
अभी से अधिकतर ट्रेनों में आरक्षित श्रेणी में बुकिंग कराने पर वेटिंग टिकट मिल रहा है। पूर्व दिशा की ओर जाने वाली ट्रेनों में ज्यादा भीड़ है।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दशहरा और दीपावली मनाने के लिए अगर आप अपने पैतृक शहर या गांव जाना चाहते हैं और अब तक टिकट बुक नहीं कराया है तो जल्द करा लें। अभी से अधिकतर ट्रेनों में आरक्षित श्रेणी में बुकिंग कराने पर वेटिंग टिकट मिल रहा है। पूर्व दिशा की ओर जाने वाली ट्रेनों में ज्यादा भीड़ है। कुछ ही ट्रेनों में सीटें बची हैं, लेकिन वह भी बहुत ज्यादा नहीं है। इसलिए आने वाले दिनों में किसी भी ट्रेन में आरक्षण मिलना मुश्किल है।
दिल्ली से उत्तर प्रदेश और बिहार की ओर जाने वाली ट्रेनों में कंफर्म टिकट मिलने में हमेशा परेशानी होती है, लेकिन पर्व त्योहार के दिनों में तो भीड़ और ज्यादा बढ़ जाती है और ट्रेनों में पैर रखने की जगह नहीं होती है। लोग महीनों पहले आरक्षण करा लेते हैं। कई ट्रेनों में तो चार महीने पहले आरक्षण शुरू होने के कुछ देर बाद ही सीटें फुल हो जाती है और लोगों को प्रतीक्षा सूची का टिकट लेना पड़ता है।
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11 अक्टूबर को दशहरा है और इसके नजदीक पश्चिम बंगाल की ओर जाने वाली ट्रेनों में जगह नहीं है। कालका एक्सप्रेस में 6 से 11 अक्टूबर तक किसी भी श्रेणी में जगह नहीं है। पूर्वा एक्सप्रेस, आनंद विहार-हावड़ा एक्सप्रेस सहित अन्य ट्रेनों का भी यही हाल है। कोलकाता जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस में भी प्रतीक्षा सूची का टिकट मिल रहा है।
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दशहरा की तरह ही दीपावली में भी चार महीने पहले कंफर्म टिकट नहीं मिल रहा है। डिब्रूगढ़ राजधानी और राजेंद्र नगर राजधानी में 27 से 29 अक्टूबर तक कंफर्म टिकट नहीं है। नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस, सीमांचल एक्सप्रेस, श्रमजीवी एक्सप्रेस, विक्रमशिला एक्सप्रेस, संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस, मगध एक्सप्रेस, ब्रह्मपुत्र एक्सप्रेस सहित अन्य ट्रेनों में थर्ड एसी की सीटें फुल हैं। इनमें से कुछ में स्लीपर की कुछ सीटें बची हुई हैं।
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गया जाने वाली महाबोधी एक्सप्रेस और नंदन कानन एक्सप्रेस में अब भी सीट मिलने की उम्मीद है, लेकिन पुरुषोत्तम एक्सप्रेस, सियालदह राजधानी, कोलकाता राजधानी और भुवनेश्वर राजधानी में शायद ही कंफर्म टिकट मिले। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि भीड़ को ध्यान में रखकर त्योहार के दिनों में न सिर्फ नियमित ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाए जाएंगे बल्कि जरूरत के अनुसार विशेष ट्रेनें भी चलाई जाएंगी।
अमूमन विशेष ट्रेनों की घोषणा उसके चलने की तिथि से कुछ दिनों पूर्व की जाती है। इसलिए जिन लोगों को नियमित ट्रेनों में कंफर्म टिकट नहीं मिलता है, उनके लिए विशेष ट्रेनें या फिर तत्काल में टिकट लेने का विकल्प बचता है।
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