सरकार के दो सालः एक तरफ विकासवाद, दूसरी तरफ विरोधवादः पीएम
सरकार के दो साल पूरा होने पर पीएम मोदी ने कहा कि दो साल पहले हमें जिम्मेदारी मिली थी, चुनी हुई सरकार का लेखा-जोखा होना चाहिए।
नई दिल्ली(जेएनएन)। मोदी सरकार के दो साल पूरा होने पर इंडिया गेट पर अायोजित एक नई सुबह कार्यक्रम में पीएम मोदी ने केंद्र सरकार के दो साल की उपलब्धियों को बताया। उन्होंने कहा कि दो साल पहले हमें जिम्मेदारी मिली थी, चुनी हुई सरकार का लेखा-जोखा होना चाहिए। हमने कुछ दिनों से देखा है कि एक तरफ विकासवाद और दूसरी तरफ विरोधवाद है।
पिछले 15 दिनों से हमारे काम को बारीकी से देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि पहले क्या होता था अब क्या हो रहा है सब देख रहे हैं। इस बात से कोई असहमत नहीं होगा कि पिछली सरकार भ्रष्टाचार से संक्रमित थी, लेकिन हमारे सत्ता में आने के बाद हमने इसको खत्म करने पर जोर दिया। मुद्दों के आधार पर तथ्यों के आधार पर हर काम का कठोरता से मूल्यांकन लोकतंत्र के लिए आवश्यक है, लेकिन कहीं हम ऐसी गलती न कर दें जो बिना कारण देश को निराशा की गर्त में धकेलने का प्रयास करे।
मैंने भ्रष्टाचार के खिलाफ बहुत ही व्यवस्थित तरीके से एक के बाद एक कदम उठाया है। जो बेटी पैदा ही नहीं होती है वह विधवा हो जाती है उसे पेंशन भी मिलने लगता है और ऐसे भ्रष्टाचारों की चर्चा भी नहीं होती है।पिछली और मौजूदा सरकार के काम को परखेंगे तो पता चलेगा कि बदलाव कितना बड़ा हुआ है। पहले की सरकार में क्या हुआ और आज क्या हुआ इसकी तुलना जरूरी हैं।
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दो साल पहले तक पूर्व की सरकार भ्रष्टाचार के खबरों से घिरी हुई थी। जनता दूध का दूध पानी का पानी करेगी। कहीं-कहीं यह बात नजर आती है जहां हकीकत का आधार नहीं होता, इस प्रकार स्थितियां सवार हो जाए, यह कभी-कभी चिंता पैदा करता है। जनता ने हममें विश्वास जताया है, हम कठिन मेहनत करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। करोड़ 13 लाख करोड़ लोगों ने गैस सब्सिडी छोड़ी।पीएम मोदी ने कहा कि लोग मुझसे कहते हैं कि आप इतना काम करते हो फिर भी आपका विरोध क्यों होता है, जिनकी जेब में 36000 करोड़ जाता था, जो रोक दिया गया वह मोदी को गाली नहीं देगा तो क्या देगा।