आतंकियों से हैं गोजमुमो के संबंध : ममता
मुख्यमंत्री ने दार्जिलिंग में हुई ताजी हिंसा के बाद शनिवार को उच्च स्तरीय बैठक की।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (गोजमुमो) का नाम नहीं लेते हुए कहा कि उसके आतंकी संगठनों से संबंध हैं। उत्तर-पूर्व के आतंकी संगठनों से उसे मदद मिल रही है। ममता ने कहा कि पहाड़ में सुनियोजित साजिश के तहत हिंसा फैलाई जा रही है। प्रदर्शनकारियों के पास से बम, गोली और रुपये तक मिल रहे हैं। उनके मुताबिक बंद व प्रदर्शन वापस लेने के बाद ही मोर्चा समर्थकों से बातचीत हो सकती है। बातचीत लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत होगी।
मुख्यमंत्री ने दार्जिलिंग में हुई ताजी हिंसा के बाद शनिवार को उच्च स्तरीय बैठक की। इसके बाद संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि धन और हथियार एक दिन में नहीं आए हैं। हिंसा फैलाने के उद्देश्य से बहुत दिनों से हथियार एकत्र किए जा रहे थे। ममता ने कहा कि पहाड़ में देशी-विदेशी पर्यटक आते हैं। इतनी अशांति के बाद पर्यटक आना बंद कर देंगे तो वहां के लोगों की रोजी-रोटी कैसे चलेगी?
चुनाव का समय आने पर गड़बड़ी
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहाड़ के विकास के लिए उन्होंने गोरखालैंड टेरिटोरियल एडमिनिस्ट्रेशन (जीटीए) का गठन किया है। पांच वर्ष पूरे हो गए। अब चुनाव का समय आया है तो गड़बड़ी शुरू कर दी गई।
शांति बहाली के लिए कमेटी गठित
मुख्यमंत्री ने राज्य सचिवालय में पहाड़ के 15 विकास बोर्डो के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की और उनसे शांति बहाली के लिए प्रयास तेज करने की अपील की। सभी बोर्डो के चेयरमैन को लेकर एक कमेटी गठित की गई है। लेप्चा डेवलपमेंट बोर्ड के चेयरमैन एल थॉमसन को कमेटी का चेयरमैन बनाया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कमेटी पहाड़ में शांति बहाल करने के लिए अपने स्तर पर प्रयास करेगी।
यह भी पढ़ें: खुद कीजिए मोटर सर्वे मिनटों में पाइए बीमा राशि
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।