प्रधानमंत्री मोदी के जम्मू दौरे से पहले सैन्य काफिले पर आतंकी हमला
सुरक्षा एजेंसियों ने बीते दो दिन से वादी में पीएम नरेंद्र मोदी के दौरे के मद्देनजर सुरक्षा का एलर्ट जारी कर रखा है।
राज्य ब्यूरो श्रीनगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जम्मू दौरे से ठीक एक दिन पहले आतंकियों ने घाटी में फिर हमला बोला है। सुरक्षा प्रबंधों में सेंध लगाते हुए आतंकियों ने श्रीनगर-बारामुला मार्ग पर बेमिना में सैन्य काफिले पर घात लगाकर हमला किया। इस हमले में तीन सैन्यकर्मी जख्मी हो गए। हमले के बाद भाग निकले आतंकियों की धरपकड़ के लिए सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके में सघन तलाशी अभियान चला रखा है।
इस बीच, लालचौक और उसके साथ सटे इलाकों में उस समय हिंसा भड़क उठी, जब एक संदिग्ध युवक के पकडे़ जाने पर हिंसा पर उतरी भीड़ को खदेड़ने के लिए पुलिस को हवा में गोली चलानी पड़ी। इसके बाद लालचौक व उसके साथ सटे इलाकों में पथराव शुरू हाे गया जो देर दोपहर तक जारी रहा।
उल्लेखनीय है कि सुरक्षा एजेंसियों ने बीते दो दिन से वादी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के मददेनजर सुरक्षा का एलर्ट जारी कर रखा है। सुरक्षा एजेंसयों को अपने तंत्र से पता चला है कि प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान आतंकी किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए हर संभव मौके का फायदा उठाने की ताक में है।
शनिवार दोपहर एक बजे के करीब श्रीनगर शहर के बाहरी हिस्से में श्रीनगर-बारामुला राजमार्ग पर स्थित बेमिना में जेवीसी अस्पताल के पास सैन्य वाहनों को वहीं कहीं छिपे आतंकियों ने निशाना बनाते हुए अपने स्वचालित हथियारों से फायरिंग की। आतंकयिों की फायरिंग की चपेट में दो वाहन आएऔर तीन सैन्यकर्मी घाायल हो गए। सैन्य वाहनों में मौजूद अन्य वाहनों ने उसी समय अपनी पोजीशन ली और जवाबी फायर किया। लेकिन आतंकी भागने में कामयाब रहे।
एशिया के सबसे बड़े रोड टनल का उद्घाटन करेंगे पीएम नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को जम्मू श्रीनगर नेशनल हाइवे पर एशिया की सबसे लंबी टनल का उद्घाटन करेंगे। राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 44 पर स्थित इस टनल की लंबाई 9.28 किलोमीटर है। ये टनल जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले के चेनानी को रामबन जिले के नाशरी से जोड़ती है। 2500 करोड़ की लागत से बनी इस सुरंग का निर्माण में पांच साल से भी ज्यादा का समय लगा है। ये टनल समुद्र तल से 4000 फीट ऊपर है।
इस टनल के निर्माण से जम्मू और श्रीनगर के बीच की दूरी 40 किमी कम हो जाएगी और हर यात्रा के दौरान लगभग दो घंटों की बचत होगी। इस टनल के निर्माण से एनएच 44 पर कई जगहों पर होने वाली बर्फबारी और भूस्खलन से होने वाले जाम से निजात मिल जाएगा। इस टनल के बन जाने से लगभग रोजाना 27 लाख रुपयों के ईंधन की बचत होगी। इस टनल से यात्रा करने में कार से आने जाने का खर्च 85 रुपये, मिनी बस से आने जाने का खर्च 135 रुपये और बस-ट्रक से आने और जाने का खर्च 285 लगेंगे। टनल से डोडा और किश्तवाड़ और अन्य जगहों के बीच आवागमन आसान हो जाएगा।
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