स्वच्छ भारत मुहिम से जुड़े टाटा, मित्तल
लाल किले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले स्वतंत्रता दिवस संबोधन का असर दिखने लगा है। उनके स्वच्छ भारत अभियान से टाटा और सुनील मित्तल जैसे दिग्गज कारपोरेट घराने जुड़ने लगे हैं। पीएम की इस मुहिम में हाथ बंटाने के लिए सबसे पहले टाटा की टीसीएस और मित्तल की भारती फाउंडेशन ने पहल शुरू की है। मोदी की अपील पर दोनों कंपनियों ने महिला शौचालयों के निर्माण के लिए सौ-सौ करोड़ रुपये खर्च करने का एलान किया है।
नई दिल्ली। लाल किले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले स्वतंत्रता दिवस संबोधन का असर दिखने लगा है। उनके स्वच्छ भारत अभियान से टाटा और सुनील मित्तल जैसे दिग्गज कारपोरेट घराने जुड़ने लगे हैं। पीएम की इस मुहिम में हाथ बंटाने के लिए सबसे पहले टाटा की टीसीएस और मित्तल की भारती फाउंडेशन ने पहल शुरू की है। मोदी की अपील पर दोनों कंपनियों ने महिला शौचालयों के निर्माण के लिए सौ-सौ करोड़ रुपये खर्च करने का एलान किया है।
देश की शीर्ष सॉफ्टवेयर सर्विसेज फर्म टीसीएस इस बजट से दस हजार स्कूलों में छात्राओं के लिए शौचालय का निर्माण कराएगी। जबकि सुनील मित्तल की कंपनी भारती इंटरप्राइजेज से संबद्ध ट्रस्ट भारती फाउंडेशन ने लुधियाना के ग्रामीण क्षेत्रों समेत सरकारी स्कूलों में टायलेट निर्माण का लक्ष्य निर्धारित किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने 15 अगस्त को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में एक वर्ष के भीतर सभी विद्यालयों में शौचालय सुनिश्चित करने का लक्ष्य रखा। उन्होंने खासकर छात्राओं के लिए अलग टायलेट निर्माण के महत्वपूर्ण काम को अंजाम देने के लिए कारपोरेट जगत सहित सभी वर्गो का सहयोग मांगा। पीएम की इस अपील का संज्ञान लेते हुए टीसीएस ने दस हजार स्कूलों में लड़कियों के लिए शौचालय निर्माण की घोषणा की है। कंपनी के सीईओ एन चंद्रशेखरन के अनुसार, 'इस अभियान के लिए हम 100 करोड़ रुपये का बजट आवंटित करेंगे। इससे दस हजार स्कूलों में छात्राओं के लिए शौचालय का निर्माण कराया जाएगा।' इसी प्रकार लुधियाना के रहने वाले सुनील मित्तल ने अपने जिले के देहाती क्षेत्रों को खुले में शौच की समस्या से निजात दिलाने का फैसला किया है। उनकी कंपनी भारती इंटरप्राइजेज से संबद्ध ट्रस्ट भारती फाउंडेशन की ओर से लुधियाना के ग्रामीण क्षेत्र के हर उस घर और स्कूलों में शौचालय का निर्माण कराया जाएगा, जहां ये सुविधाएं नहीं हैं। फाउंडेशन के चेयरमैन सुनील मित्तल के अनुसार, 'पीएम की अपील से प्रेरित होकर हमने सत्य भारती अभियान शुरू किया है। हमारा वादा है कि लुधियाना देहात में ऐसा कोई घर या स्कूल नहीं होगा, जहां टायलेट न हो। हम इस अभियान पर सौ करोड़ रुपये खर्च करेंगे।' कंपनी ने इस काम को करने के लिए तीन वर्ष का लक्ष्य निर्धारित किया है।
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