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    जलीकट्टू: केंद्र सरकार की अपील पर SC ने एक हफ्ते के लिए टाला फैसला

    By Sanjeev TiwariEdited By:
    Updated: Fri, 20 Jan 2017 01:22 PM (IST)

    जलीकट्टू पर तमिलनाडु के अलग अलग इलाकों में विरोध प्रदर्शन जारी है।

    जलीकट्टू: केंद्र सरकार की अपील पर SC ने एक हफ्ते के लिए टाला फैसला

    चेन्नई(जेएनएन)। जलीकट्टू के मुद्दे पर तमिलनाडु के अलग अलग इलाकों में विरोध-प्रदर्शन हो रहा है। डीएमके ने राज्य में रेल रोको अभियान को बुलाया है। अपने इस कार्यक्रम के तहत डीएमके के कार्यकारी अध्यक्ष स्टालिन ने मंबालम स्टेशन पर रेल रोकने की कोशिश की जिसके बाद उन्हें हिरासत में लिया गया। इसके अलावा कनिमोझी और दयानिधि मारन ने एग्मोर स्टेशन पर प्रदर्शन किया। कनिमोझी ने कहा कि जलीकट्टू पर समाधान के लिए राज्य सरकार को तत्काल सर्वदलीय बैठक बुलाना चाहिए। इस बीच सुप्रीम कोर्ट से केंद्र सरकार ने एक हफ्ते तक किसी तरह का आदेश नहीं देने को कहा था, जिस पर कोर्ट ने रजामंदी दे दी। एटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने बताया कि जलीकट्टू मामले में रास्ता निकालने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें लगातार संपर्क में हैं।

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    राजनाथ सिंह से मिले डीएमके सांसद

    एआईएडीएमके सांसदों ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात कर जल्द से जल्द जलीकट्टू पर अध्यादेश लाए जाने की मांग की। सांसद थंबी दोरई ने कहा कि राजनाथ सिंह ने कहा कि उम्मीद है कि एक या दो दिन में इस मामले में समाधान सबके सामने होगा। इसके अलावा एआइएडीएमके सांसद शनिवार को इस मुद्दे पर राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे।डीएमके के सांसद और कार्यकर्ता शनिवार को एक दिन के उपवास पर रहेंगे।

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    एक या दो दिन में जलीकट्टू पर अध्यादेश

    सीएम पन्नीरसेल्वम ने कहा कि राष्ट्रपति की अनमुति के बाद एक से दो दिन में सरकार अध्यादेश जारी करेगी। उन्होंने प्रदर्शनकारियों से तत्काल विरोध-प्रदर्शन वापस लेने की अपील की है। जलीकट्टू पर केंद्रीय मंत्री पोन राधाकृष्णन ने कहा कि सरकार को पेटा कार्यकर्ताओं पर भी नजर रखनी चाहिए। पेटा के कार्यकर्ता अनावश्यक तौर पर इस त्यौहार में हस्तक्षेप कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वो इस मुद्दे पर केंद्रीय पर्यावरण मंत्री अनिल दवे और गृहमंत्री से मुलाकात करेंगे। जलीकट्टू पर अध्यादेश के बारे में एटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने बताया थी कि उनसे इस मुद्दे पर किसी तरह की राय नहीं मांगी गई थी। तमिलनाडु के सीएम पन्नीरसेल्वम ने गुरुवार को पीएम से मुलाकात की थी, और राज्य के हालात के बारे में जानकारी दी।

    जलीकट्टू के समर्थन में धर्मगुरु

    धार्मिक गुरु जग्गी वसुदेव ने कहा कि इस त्योहार में सांड आपस में लड़ते नहीं हैं बल्कि वो खुद इसका आनंद लेते हैं। उन्होंने कहा कि लोगों की भावनाओं को समझने की जरूरत है। अगर अन्यायपूर्ण फैसला हुआ है तो उस पर विचार होना चाहिए।

    मरीना बीच पर जलीकट्टू समर्थकों का जमावड़ा

    तमिलनाडु में कई संगठनों ने बंद बुलाया है।जिसे विपक्ष ने भी समर्थन दिया है। इस मद्देनजर में राज्य में प्राइवेट टैक्सियां, ऑटो, लॉरी अौर थियेटर्स बंद हैं दूसरी तरफ पूरी फिल्म इंडस्ट्री भूख हड़ताल पर है, जिसमें कमल हसन और रजनीकांत के भी जुड़ने की खबर है साथ ही संगीतकार ए.आर रहमान उपवास पर रहेंगे।इसके अलावा जलीकट्टू के समर्थन में मरीना बीच पर समर्थकों की संख्या 50 हजार के पार पहुंच चुकी है। आज राज्य में कई कॉलेज बंद रहेंगे और प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने स्कूलों को बंद करने का ऐलान किया है। उधर मद्रास हाईकोर्ट वकील संघ ने जलीकट्टू पर प्रतिबंध हटाने के लिए राज्यभर में हो रहे प्रदर्शनों के समर्थन में आज अदालतों का बहिष्कार करने की घोषणा की है।

    तस्वीरें : मरीना बीच पर जुटे लोग, जलीकट्टू के लिए प्रदर्शन

    संघ के अध्यक्ष जी मोहनकृष्णन ने हालांकि यह स्पष्ट किया कि यह बहिष्कार सांडों को काबू में करने के वाषिर्क खेल पर प्रतिबंध लगाने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ नहीं है बल्कि पशु अधिकार संगठन पेटा के खिलाफ है जो जल्लीकट्टू का विरोध कर रही है। तमिलनाडु में जलीकट्टू खेल के आयोजन पर लगे प्रतिबंध को हटाने की मांग को लेकर चल रहा आंदोलन अब श्रीलंका, ब्रिटेन और आस्ट्रेलिया तक पहुंच गया है जहां तमिल प्रवासियों ने गुरुवार को प्रदर्शन किया। आस्ट्रेलिया के मेलबर्न शहर में भी इस मामले को लेकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन का आयोजन किया गया। सिडनी में आज प्रदर्शन किया जाना है।

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