सजा सुनकर मायूस लालू बोले, गरीब के बेटे को फंसा दिया
वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सजा सुनने के बाद बिरसा केंद्रीय कारागार में बंद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद मायूस हो गए। अन्य आरोपियों की ओर मुंह करके कहा, 'देखल लोग, फंसा देलस नू गरीब के बेटा के। अब सबसे बड़का अदालत में जाइब, ऊ बा जनता के अदालत।' यानी गरीब के बेटे को फंसा दिया, अब वे जनता की अदालत में जाएं
रांची [प्रणव]। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सजा सुनने के बाद बिरसा केंद्रीय कारागार में बंद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद मायूस हो गए। अन्य आरोपियों की ओर मुंह करके कहा, 'देखल लोग, फंसा देलस नू गरीब के बेटा के। अब सबसे बड़का अदालत में जाइब, ऊ बा जनता के अदालत।' यानी गरीब के बेटे को फंसा दिया, अब वे जनता की अदालत में जाएंगे। इसके बाद वे वीडियो कांफ्रेंसिंग रूम से अपने वार्ड में चले गए।
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सजा सुनाए जाते ही दोपहर तीन बजे नेताओं और कार्यकर्ताओं का जत्था जेल बिरसा जेल की ओर कूच करने लगा। लालू से मुलाकात के बाद उनके साले प्रभुनाथ यादव ने कहा कि पार्टी सुप्रीमो ने सभी नेताओं-कार्यकर्ताओं को अपना चुनाव चिन्ह लालटेन लेकर जनता की अदालत में जाने का निर्देश दिया है। अपराह्न् साढ़े तीन बजे लालू से मिलने गए पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रेमचंद गुप्ता शाम पौने छह बजे बाहर निकले।
इस दौरान लोकजन शक्ति पार्टी के अध्यक्ष सह सांसद रामविलास पासवान अपने बेटे चिराग के साथ लालू से मिलने पहुंचे। पासवान को जेल के गेट तक छोड़ने के लिए लालू खुद आए। एक कार्यकर्ता ने उनसे अनुरोध किया कि वे गेट से बाहर आकर एक फोटो खिचवाएं। इस पर लालू बोले 'तहरा एतने बुद्धि बा, जा खुश रह लोग'। फिर वे अपने कमरे में लौट गए। सूत्रों के मुताबिक जेल के अंदर पिता से मुलाकात के दौरान तेजस्वी रो पड़े। इस पर लालू ने उन्हें ढांढस बंधाते हुए कहा कि अब तुम्हारी परीक्षा की घड़ी है।
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