स्मृति का पलटवार, मुझे मेरे काम से आंका जाए
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। डिग्री को लेकर विपक्ष खासकर कांग्रेस के निशाने पर आईं मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने गुरुवार को अपने विरोधियों को करारा जवाब दिया है। विवाद को किनारे रखते हुए पूरे जोर-शोर से अपने काम में जुट चुकीं ईरानी ने कहा है कि उनका आकलन उनके काम से किया जाए।
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। डिग्री को लेकर विपक्ष खासकर कांग्रेस के निशाने पर आईं मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने गुरुवार को अपने विरोधियों को करारा जवाब दिया है। विवाद को किनारे रखते हुए पूरे जोर-शोर से अपने काम में जुट चुकीं ईरानी ने कहा है कि उनका आकलन उनके काम से किया जाए।
स्मृति ईरानी ने गुरुवार को कहा, 'यह विवाद इसलिए खड़ा किया जा रहा है ताकि मुझे जो जिम्मेदारी दी गई है, उससे मेरा ध्यान बंट सके।' इसी तरह उन्होंने कहा, 'मैं आपसे पूरी विनम्रता से अनुरोध करना चाहूंगी कि मेरा आकलन मेरे काम से करें।' हालांकि अपनी शैक्षणिक योग्यता को लेकर वास्तविक स्थिति के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कोई भी जवाब नहीं दिया। ऐसे हर सवाल के जवाब में उन्होंने सिर्फ यही कहा कि वे किसी विवाद को आगे नहीं बढ़ाना चाहतीं।
इन विवादों से दूर ईरानी ने अपने मंत्रालय की जिम्मेवारियां पूरी करने पर पूरा ध्यान लगा दिया है। गुरुवार को ही उन्होंने बिहार के मोतीहारी में प्रस्तावित केंद्रीय विश्वविद्यालय के संबंध में भी अधिकारियों के साथ चर्चा की। उन्होंने भरोसा दिलाया है कि संसद के अगले सत्र में ही इस केंद्रीय विश्वविद्यालय के लिए बिल पेश किया जाएगा, ताकि जल्दी से जल्दी वहां पढ़ाई शुरू की जा सके।
नई मानव संसाधन विकास मंत्री की शैक्षणिक योग्यता के बहाने से पिछले दो दिन से उन पर लगातार हमला किया जा रहा है। कांग्रेस प्रवक्ताओं ने उनके चुनावी हलफनामे के हवाले से दावा किया था कि जहां वर्ष 2004 में उन्होंने खुद को दिल्ली विश्वविद्यालय से बीए बताया था, वहीं लोकसभा के ताजा चुनाव में उन्होंने बताया कि उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से सिर्फ स्नातक प्रथम वर्ष की परीक्षा उत्तीर्ण की है, वह भी वाणिज्य विषय में। कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि शपथ पूर्वक झूठ बोलना गैर कानूनी है।