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    मंत्रालय छीनने से नाराज शिवपाल ने कहा, नहीं कर सकते अखिलेश के साथ काम

    By Manish NegiEdited By:
    Updated: Wed, 14 Sep 2016 12:02 AM (IST)

    यूपी में सत्ताधारी समाजवादी पार्टी में अचानक ऐसा सियासी भूचाल आ गया है जिसने पूरे राज्य में हड़कंप मचा कर रख दिया है।

    नई दिल्ली, (वेब डेस्क)। एक तरफ जहां उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी राज्य में महसूस की जा सकती है तो वहीं दूसरी तरफ सत्ताधारी समाजवादी पार्टी में अचानक ऐसा सियासी भूचाल आ गया है जिसने पूरे राज्य में हड़कंप मचा कर रख दिया है।

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    सूत्रों की मानें तो अखिलेश के फैसले से बौखलाए शिवपाल मंत्रिमंडल से ही इस्तीफा दे सकते हैं। शिवपाल ने साफतौर पर अपनी नाखुशी जाहिर करते हुए कह दिया कि वो अब और अखिलेश के साथ काम नहीं कर सकते हैं।

    सूत्रों के मुताबिक, ये जो घटनाक्रम अचानक लोगों के सामने आयी है वो सबकुछ एकाएक हुआ है। कहा जा रहा है कि इसकी पटकथा अखिलेश ने बहुत पहले ही लिख दी थी और जो कुछ भी हो रहा है वो सारे एक सुनियोजित रणनीति का ही हिस्सा है। सूत्रों की मानें तो विधानसभा चुनाव से पहले अखिलेश यादव अपनी स्थिति और मजबूत करना चाहते हैं और इस बात का संकेत देने चाहते हैं कि वह पार्टी के एक मजबूत और सबसे ज्यादा जनाधार वाले नेता हैं।

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    सूत्रों के मुताबिक अखिलेश के इस कदम को इस तरह से भी देख रहे है कि पहली बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को लग रहा है कि उसके पास एक बड़ा जनाधार है और वो वर्ग है युवाओं का। ऐसे में अखिलेश की प्लानिंग सीधे कॉकपिट से निकलकर पायलट सीट पर बैठने की है। कहा तो ये भी जा रहा है कि संगठन में शिवपाल की हैसियत बेहद मजबूत है लेकिन युवा और संगठन में अखिलेश की बेहद मजबूत पकड़ है। ऐसे में अखिलेश का पलड़ा शिवपाल यादव से कहीं ज्यादा भारी नजर आ रहा है।

    आज समाजवादी पार्टी में कोशिश मुलायम सिंह के बाद सबसे ज्यादा पॉपुलर नेता साबित करने की हो रही है और ऐसे में अखिलेश यादव इस बात को साबित करने की भरपूर कोशिश करेंगे। बहरहाल, जो उत्तर प्रदेश का राजनीतिक घटनाक्रम चल रहा है उसके बाद अगले तीन दिनों के अंदर पूरी तस्वीर सामने आ जाएगी।

    उधर, भारतीय जनता पार्टी ने समाजवादी पार्टी के इस अंतर्कलह पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए इसे यूपी सरकार को अपराध, भ्रष्टाचार और कुशासन का गठजोड़ करार दिया है।

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