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    राजग में लौट सकती है इनेलो

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    Updated: Sun, 09 Mar 2014 07:25 AM (IST)

    राजग के प्रमुख घटक शिरोमणि अकाली दल के मुखिया एवं पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की पहल को देखते हुए इनेलो के गठबंधन में लौटने की संभावनाएं प्रबल हो गई हैं। इसी सिलसिले में बादल ने भाजपा नेताओं से मुलाकात की। माना जा रहा है कि इसी वजह से भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति ने हरियाणा के लिए अपने प्रत्याशि

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। राजग के प्रमुख घटक शिरोमणि अकाली दल के मुखिया एवं पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की पहल को देखते हुए इनेलो के गठबंधन में लौटने की संभावनाएं प्रबल हो गई हैं। इसी सिलसिले में बादल ने भाजपा नेताओं से मुलाकात की। माना जा रहा है कि इसी वजह से भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति ने हरियाणा के लिए अपने प्रत्याशियों की घोषणा को फिलहाल रोक दिया है।

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    हरियाणा में 10 अप्रैल को मतदान होने के मद्देनजर भाजपा प्रत्याशियों के नामों की सूची शनिवार जारी होनी थी, लेकिन शिअद नेता बादल के हस्तक्षेप से इसे टाल दिया गया। बादल शनिवार सुबह ही दिल्ली पहुंच गए। यहां पहुंचने के साथ ही भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने बादल से मुलाकात कर लंबी चर्चा की। सूत्रों के मुताबिक इसी दौरान बादल ने ओमप्रकाश चौटाला की पार्टी इनेलो को राजग में शामिल करने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने इसके राजनीतिक लाभ भी गिनाते हुए राजग के पुराने सहयोगी इनेलो के साथ चुनाव में उतरने पर हरियाणा की सभी सीटों पर राजग को बढ़त मिलने की संभावना बताई।

    इसके बाद बादल ने भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की। माना जा रहा है कि बादल के मोदी से हुई भेंट के बाद इनेलो के गठबंधन में शामिल होने का रास्ता साफ हो गया है। बादल और चौटाला परिवार के बीच गहरे संबंध हैं। चौटाला परिवार उनकी बातों को नहीं टालता है। वह भी ऐसे समय में जब ओमप्रकाश चौटाला और उनके बड़े बेटे अजय चौटाला भ्रष्टाचार के मामले में सजा भुगत रहे हैं। इस समय पार्टी की कमान प्रत्यक्ष रूप से चौटाला के छोटे बेटे अभय चौटाला के हाथ में है, लेकिन पार्टी की असल रणनीति जेल से ही चौटाला बना रहे हैं। हरियाणा में प्रतिबद्ध कार्यकर्ताओं वाले इनेलो की राजनीतिक पकड़ मजबूत है, जिसका मुजाहिरा वह विधानसभा के पिछले चुनाव में कर चुका है। राज्य की कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए इनेलो राजग में आने तो आतुर है, लेकिन भाजपा नेता सुषमा स्वराज का विरोध आड़े आ सकता है। हाल ही में उन्होंने राजग के घटक दल हजकां में कांग्रेसी नेता विनोद शर्मा के शामिल होने पर जबर्दस्त विरोध जताया था।

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