Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'वोट के बदले नोट' वाले बयान पर केजरी को शरद का साथ

    By manoj yadavEdited By:
    Updated: Thu, 22 Jan 2015 07:41 PM (IST)

    जदयू अध्‍यक्ष शरद यादव आज आप के राष्‍ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के उस बयान पर खुलकर उनके समर्थन में आ गए जिसमें केजरीवाल ने एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि भले ही कांग्रेस और भाजपा से वोट के बदले पैसे ले लेना, लेकिन अपना वोट आम

    नई दिल्ली। जदयू अध्यक्ष शरद यादव आज आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के उस बयान पर खुलकर उनके समर्थन में आ गए जिसमें केजरीवाल ने एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि भले ही कांग्रेस और भाजपा से वोट के बदले पैसे ले लेना, लेकिन अपना वोट आम आदमी पार्टी को ही देना। शरद यादव ने साफतौर पर कहा कि उनके इस बयान में कोई बुराई नहीं है और न ही इससे भ्रष्टाचार को बल मिलता है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि अगर भाजपा और कांग्रेस से वोट के बदले पैसे मिलते हैं तो ले लेना उन्हें मना मत करना। उन्होंने टूजी में लूटा और कोयला घोटाला करके लूटा है। लेकिन अपना वोट उन्हें मत देना। अपना वोट आम आदमी पार्टी को ही देना। इस बात पर चुनाव आयोग ने केजरीवाल को नोटिस भेजा है।

    चुनाव आयोग के नोटिस पर केजरीवाल के बचाव में अब जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव उतर आए हैं। शरद यादव ने अरविंद केजरीवाल के बयान को उचित ठहराया है। उन्होंने कहा है कि इसमें कुछ भी गलत नहीं है। चुनावों के दौरान आयोग की कोशिश रहती है कि चुनाव में धनबल और बाहुबल के प्रयोग को रोका जाए, तो केजरीवाल ने इसमें गलत क्या कहा है? उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने अपने बयान में कहा है कि पैसे लेकर अपना बहुमूल्य वोट बेचना नहीं। उन्होंने 65 साल से हमको ठगा है और इस बार हम उन्हें ठगेंगे। इस बात पर विभिन्न पार्टियों की तरफ से बहुत अधिक प्रतिक्रियाएं आई थी। इसको आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए चुनाव आयोग ने केजरीवाल को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

    चुनाव आयोग की नोटिस पर शरद यादव ने मुख्य चुनाव आयुक्त एचएस ब्रह्मा को पत्र लिखा है कि मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि लोकतंत्र की रक्षा हेतु नोटिस पर पुनर्विचार करें। मेरे विचार में चुनावों के दौरान इस तरह की बयानबाजी हर पार्टी की तरफ से सदियों से की जाती रही है। उन्होंने लिखा है कि इससे किसी प्रकार की रिश्वतखोरी को बढ़ावा नहीं मिलेगा। मैं समझता हूं कि उन्होंने यह नहीं कहा है कि पैसे लेकर वोट दो। बल्कि उन्होंने यह कहा है कि आप अपने अधिकार का प्रयोग स्वेच्छा से करें।

    हालांकि, जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने यह माना कि चुनावों के दौरान धनबल और बाहुबल गरीबों को अपनी तरफ करने में बहुत हद तक इस्तेमाल होते हैं। इस दौरान लोग कार्पोरेट घरानों से मिले काले धन का भी इस्तेमाल करते हैं।

    पढ़ेंः 'आप' में तानाशाही, कई बड़े नेता हाशिए परः शाजिया इल्मी

    पढ़ेंःदिल्ली के चुनावी दंगल में जीत बनी नाक का सवाल

    comedy show banner
    comedy show banner