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लापता सुखोई का तलाशी अभियान शुरू, असम के तेजपुर से भरी थी उड़ान

एक सुखोई विमान की कीमत करीब 400 करोड़ आती है। वायुसेना के बेडे में शामिल 240 सुखोई विमान में से आठ सुखोई हादसे का शिकार हो चुके हैं।

By Abhishek Pratap SinghEdited By: Published: Thu, 25 May 2017 11:50 AM (IST)Updated: Thu, 25 May 2017 11:50 AM (IST)
लापता सुखोई का तलाशी अभियान शुरू, असम के तेजपुर से भरी थी उड़ान
लापता सुखोई का तलाशी अभियान शुरू, असम के तेजपुर से भरी थी उड़ान

नई दिल्ली, जेएनएन: वायुसेना की ओर अपने लापता अग्रिम पंक्ति के लड़ाकू विमान सुखोई-30 का तलाशी अभियान आज तीसरे दिन फिर से शुरु किया। विमान को गायब हुए करीब 48 घंटों से ज्यादा का वक्त बीत चुका है। लेकिन अभी तक वायुसेना को विमान बारे में कोई जानकारी हाथ नहीं लगी है।

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हालांकि वायुसेना की ओर से आज सर्च एडं रेस्क्यू ऑपरेशन को चलाया जा रहा है। कल भी विमान की तलाश को लेकर वायुसेना ने अपनी चार टीमें भेजी थी, जिसमें भारतीय सेना के नौ जवान और राज्य प्रशासन के दो अधिकारी शामिल थे। खराब मौसम की वजह से कल तलाशी अभियान को रोक दिया गया था।

वायुसेना का सुखोई-30 लड़ाकू विमान अपने दो पायलटों के साथ असम के तेजपुर वायुसेना स्टेशन से नियमित अभ्यास के तहत सुबह साढ़े नौ बजे उड़ान भरी थी। विमान के उड़ान भरने के करीब पौने दो घंटे के बाद सवा 11 बजे उसका संपर्क रडार और रेडियो से टूट गया। विमान की अंतिम लोकेशन चीन सीमा से सटे अरुणाचल प्रदेश में डौलासांग इलाके में दर्ज की गयी थी। तब से सुखोई-30 के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है।

दो-इंजन वाले सुखोई-30 एयरक्राफ्ट का निर्माण रूसी की कंपनी सुखोई एविएशन कॉरपोरेशन ने किया है। भारत की रक्षा जरूरतों के लिहाज से सुखोई विमान को काफी अहम माना जाता है। यह सभी मौसमों में रात और दिन दोनों में उड़ान भरने में सक्षम है, साथ ही हवा से हवा में और हवा से सतह पर मार करने में पूरी तरह तत्पर रहता है। हालांकि एक के बाद एक सुखोई विमानों के दुर्घटनाग्रस्त होने से चिंता बढ़ रही हैं।

बता दें कि एक सुखोई विमान की कीमत करीब 400 करोड़ आती है। वायुसेना के बेडे में शामिल 240 सुखोई विमान में से आठ सुखोई हादसे का शिकार हो चुके हैं। सुखोई की अंतरराष्ट्रीय कीमत के अनुसार देश का अब तक 3200 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है।

देश में पहला और दूसरा सुखोई विमान क्रमश: 30 अप्रैल 2009 और 30 नवंबर 2009 को राजस्थान में दुर्घटनाग्रस्त हुआ। तीसरा सुखाई 13 दिसम्बर 2011 को में पुणे में, चौथा सुखोई फिर से 19 फरवरी 2013 को राजस्थान में गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। पांचवां सुखोई अक्टूबर 2013 को पुणे में गिरा। छठा सुखोई 19 मई 2015 को असम में तेजपुर के पास गिरा। फिर 15 मार्च को एक सुखोई राजस्थान में गिरा। आठवां सुखाई विमान असम से उड़ान भरने के बाद गायब चल रहा है।

चीन ने एयरक्राफ्ट के बारे में जानकारी होने से किया इनकार-

चीन की ओर से कहा गया कि उसके पास भारतीय वायुसेना के लापता सुखोई लड़ाकू विमान के बारे में कोई जानकारी नहीं है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग से लापता सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान के बारे में पूछा गया था, साथ ही यह भी पूछा गया था कि क्या चीन लापता विमान को खोजने में भारत की मदद करेगा, तो उन्होंने कहा, ''जिस स्थिति का आपने जिक्र किया है, उसके संबंध में मेरे पास फिलहाल कोई जानकारी नहीं है।

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