बारिश के पानी का संरक्षण कर भावी पीढ़ी के लिए बचा रहे जल
शहर के बीचों-बीच ही बने हुए डेरा भाई मस्तान सिंह के संचालक महंत कश्मीर सिंह को बारिश को इंतजार रहता है।
श्री मुक्तसर साहिब (सुभाष चंद्र)। ऐतिहासिक शहर श्री मुक्तसर साहिब में बारिश के पानी की निकासी के उचित प्रबंध न होने के चलते आसमान पर बादल छाने पर बेशक लोगों की चिंता सताने लग जाती है, लेकिन शहर के बीचों-बीच ही बने हुए डेरा भाई मस्तान सिंह के संचालक महंत कश्मीर सिंह को बारिश को इंतजार रहता है। उन्हें इंतजार रहता है कि कब बारिश हो और उसके पानी का संरक्षण किया जा सके। गौरतलब है कि डेरा भाई मस्तान सिंह के पास शहर में करीब 30 एकड़ से अधिक जमीन है।
इसमें करीब साढ़े तीन एकड़ में डेरा भाई मस्तान सिंह बना है तथा करीब 27 एकड़ में डेरे के बिल्कुल सामने भाई मस्तान सिंह पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल बना हुआ है। स्कूल की बिल्डिंग लगभग साढ़े तीन एकड़ जगह में बनी हुई है। बाकी की जगह में स्कूल के खेल ग्राउंड बने हुए हैं, लेकिन वर्षों से इस स्कूल और डेरे का एक बूंद भी बारिश का पानी सड़क या सीवरेज में नहीं जाता है। चाहे जितनी बारिश हो जाए, पूरे का पूरा पानी डेरे और स्कूल की जमीन में ही खप जाता है। साढ़े तीन एकड़ जगह में बने हुए डेरे में तीन छोटी डिग्गियां बनाकर पाइपों के माध्यम से उसका पानी डेरे में ही बने आठ चुंडा तालाब में चला जाता है। इसी तरह स्कूल में दो ग्राउंड में दो अलग-अलग जमीन में बोर किए हुए हैं। स्कूल की बिल्डिंग की छतों के पानी की ग्राउंड में निकासी की है।
सभी ग्राउंड के पानी की निकासी पाइप डालकर इन बोरों के साथ जोड़ी हुई है। धीरे-धीरे बारिश का पूरा पानी इन बोर के माध्यम से जमीन में चला जाता है। इसके अलावा स्कूल के पीछे करीब एक एकड़ में लगभग आठ फुट गहरा तालाब खोदा हुआ है। बारिश के दिनों में यह तालाब भी पानी से लबालब हो जाता है। पानी की कमी के दिनों में इस तालाब से स्कूल में लगे हुए पौधों की सिंचाई की जाती है।
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