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वीवीआईपी हेलीकाप्टर घोटाले से जुड़े हैं आर्म्स डीलर संजय भंडारी के तार

गौतम खेतान के हार्ड डिस्क से मिले दस्तावेज से पता चला है कि वीवीआईपी हेलीपकॉप्टर घोटाले के तार आर्म्स डीलर संयज भंडारी से जुड़े हैं।

By Rajesh KumarEdited By: Published: Wed, 01 Jun 2016 01:42 AM (IST)Updated: Wed, 01 Jun 2016 02:01 AM (IST)

नीलू रंजन, नई दिल्ली। लंदन में राबर्ट वाड्रा की संपत्ति के खरीद-बिक्री के विवादों में फंसे आर्म्स डीलर संजय भंडारी के तार वीवीआइपी हेलीकाप्टर घोटाले से भी जुड़े हैैं। संजय भंडारी के नाम का खुलासा हेलीकाप्टर घोटाले के आरोपी गौतम खेतान की हार्ड डिस्क में मिले दस्तावेजों से हुआ। ईडी के कहने पर जब आयकर विभाग ने भंडारी के ठिकानों पर छापा मारा, तो लंदन की प्रापर्टी को लेकर वाड्रा और उसके सहयोगियों के बीच ईमेल पर बातचीत का पता चला।

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ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हेलीकाप्टर घोटाले में अभी तक संजय भंडारी की भूमिका स्पष्ट नहीं है। लेकिन गौतम खेतान की हार्ड डिस्क से संजय भंडारी के विदेशों में बड़े पैमाने पर लेन-देन का पता चला था। विदेशी मुद्रा में सैंकड़ों करोड़ रुपये संदिग्ध लेन-देन को देखते हुए ईडी ने तत्काल आयकर विभाग से इसकी जांच करने को कहा। इसके बाद आयकर विभाग ने भंडारी के 18 ठिकानों पर छापा मारा। छापे के दौरान भंडारी के ऊंचे रसूख और करोड़ों रुपये के संदिग्ध लेन-देन के ठोस सबूत मिले हैैं। गौरतलब है कि दैनिक जागरण ने आठ मई को ही 'खेतान के हार्ड डिस्क के खुलेगा असली राज' शीर्षक खबर में हेलीकाप्टर घोटाले की जांच में गौतम खेतान के हार्ड डिस्क की अहमियत की खबर दी थी। संजय भंडारी इस हार्ड डिस्क से निकला पहला बड़ा खुलासा है। सूत्रों की माने तो आगे वाले दिनों में कई लोगों पर एजेंसियों का शिकंजा कस सकता है।

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उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार सोमवार को संजय भंडारी को पूछताछ के लिए ईडी में समन किया गया था। लेकिन भंडारी नहीं आया। अब ईडी दूसरा समन भेजने की तैयारी में है। राबर्ट वाड्रा और संजय भंडारी के करीबियों के बीच लंदन की प्रोपर्टी को लेकर जिस दौर में बात हो रही थी, वो हेलीकाप्टर घोटाले से संबंधित होने का संदेह पैदा करता है। 19 करोड़ रुपये की यह प्रोपर्टी 2009 में उस समय खरीदी गई थी, जब वीवीआइपी हेलीकाप्टर सौदा फाइनल हो रहा था।

2010 में जब अगस्तावेस्टलैैंड से सौदा तय हो गया, उसके बाद इस प्रोपर्टी को बेच दिया गया। ईडी को संदेह है कि इस प्रोपर्टी को खरीदने के लिए पैसा कहीं संजय भंडारी ने उपलब्ध कराया होगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अंतिम तौर पर कुछ भी जांच के बाद भी कहा जा सकता है। यदि संजय भंडारी तक हेलीकाप्टर दलाली की रकम पहुंचने के सबूत मिले तो, उसे मनी लांड्रिंग रोकथाम कानून के तहत गिरफ्तार भी किया जा सकता है।


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