यात्रियों के टिकट नहीं चेक करेंगे आरपीएफ कर्मी
पिछली 19 सितंबर को लिखे इस पत्र में धर्मेद्र कुमार ने कहा है, 'इस आदेश के किसी भी प्रकार के उल्लंघन को गंभीरता से लिया जाएगा। ...और पढ़ें

नई दिल्ली, प्रेट्र। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के महानिदेशक (डीजी) धर्मेद्र कुमार ने अपने सभी जवानों को यात्रियों के टिकटों की जांच नहीं करने के आदेश दिए हैं। करीब महीना भर पहले एक यात्री ट्रेन में बिना टिकट यात्रा कर रहा था। आरपीएफ कर्मियों ने जब उसे पकड़ने की कोशिश की तो वह भागा, इसी चक्कर में वह ट्रेन से गिर गया और उसकी मौत हो गई।
इस वाकये के बाद ही धर्मेद्र कुमार ने सभी जोनल रेलवे को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है, 'आरपीएफ कर्मी चलती ट्रेनों या प्लेटफार्म पर यात्रियों के टिकटों की चेकिंग या उनका पीछा नहीं करेंगे। इस तरह की हरकतों से यात्रियों के मन में आतंक पैदा हो सकता है और कोई हादसा हो सकता है।'
पिछली 19 सितंबर को लिखे इस पत्र में धर्मेद्र कुमार ने कहा है, 'इस आदेश के किसी भी प्रकार के उल्लंघन को गंभीरता से लिया जाएगा। इस कारण हुई दुर्घटनाओं के लिए पर्यवेक्षी अधिकारियों को उत्तरदायी माना जाएगा।'
इस साल 26 अगस्त को, उत्तर प्रदेश के महोबा में आरपीएफ के जवानों ने इंजीनियरिंग के एक छात्र को चलती ट्रेन से फेंक दिया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी। इस बाबत आरपीएफ कर्मियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज हुई है। इससे पहले बिना टिकट यात्रियों से आरपीएफ कर्मियों का रुपये लेने वाला वीडियो भी वायरल हुआ था।
पत्र के अनुसार, रेलवे अधिनियम में स्पष्ट है कि टिकटों की जांच और अतिरिक्त किराये की वसूली सिर्फ टिकट चेकिंग स्टाफ ही कर सकता है। टिकट चेकिंग स्टाफ द्वारा सौंपे जाने पर ही एएसआइ रैंक से ऊपर का आरपीएफ अफसर किसी मुजरिम को रेलवे अधिनियम की धारा 137 व 138 के तहत गिरफ्तार कर सकता है।

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