भूमि अधिग्रहण बिल: सरकार के खिलाफ किसानों को हथियार बनाएगी कांग्रेस
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने तय किया है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों और भट्टा पारसौल के सक्रिय नेताओं को साथ लेकर इस बिल का कड़ा विरोध किया जाएगा। इसके लिए पार्टी आगामी 13 मार्च को दिल्ली में एक विशाल मार्च करेगी।
नई दिल्ली। भूमि अधिग्रहण बिल पर सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस अब किसानों को हथियार बनाने जा रही है। पार्टी को मजबूत करने और एनडीए सरकार के खिलाफ रणनीतिक दिशा में आगे बढ़ते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने तय किया है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों और भट्टा पारसौल के सक्रिय नेताओं को साथ लेकर इस बिल का कड़ा विरोध किया जाएगा। इसके लिए पार्टी आगामी 13 मार्च को दिल्ली में एक विशाल मार्च करेगी, जिसका नेतृत्व पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश करेंगे।
पार्टी की दो आयामी रणनीति के तहत रैली के जरिए वह संसद के बाहर किसानों और सिविल सोयायटी का समर्थन हासिल करेगी, जबकि संसद के भीतर 2013 के लैंड बिल में संशोधन का विरोध कर रहे विपक्षी दलों का समर्थन भी उसे मिलेगा।
बताया जा रहा है कि हाल ही में कुछ दिन की छुट्टी पर जाने से पूर्व राहुल गांधी और उनकी टीम में शामिल जयराम रमेश और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने योजना बनाई कि इस बिल में अध्यादेश के जरिए संशोधन करने जा रही सरकार का कड़ा विराेध किया जाएगा। लिहाजा, इसके लिए वह किसानों को साथ लेगी।
दरअसल, पश्चिमी उत्तर-प्रदेश के दो गांव भट्टा और पारसौल में वर्ष 2011 में जमीन अधिग्रहण के खिलाफ मायावती सरकार के विरुद्ध किसानों ने उग्र प्रदर्शन किया था। पुलिस और किसानों के बीच हुई झड़पों में दो किसान मारे भी गए थे। यहां किसानों के विरोध के समर्थन में उतरते हुए राुहल गांधी ने तीन दिन तक मार्च भी किया था, जिसके बाद उन्हें किसानों का भरपूर समर्थन मिला था। वह किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ तत्कातलीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से भी मिले थे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।