कांग्रेस को छोड़कर जा सकते हैं उसके चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर!
उत्तर प्रदेश और पंजाब में कांग्रेस की चुनावी रणनीति तैयार करने में जुटे प्रशांत कुमार कांग्रेस को छोड़कर जा सकते हैं।
नई दिल्ली। पंजाब और उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की रणनीति बनाने की जिम्मेदारी निभाने वाले प्रशांत किशोर का मन अब कांग्रेस खेमे से उछटने लगा है। यही वजह है कि पार्टी के बीच उनके मनमुटाव की खबरेेंं भी यदा-कदा आ जाती हैं। एनडीटीवी की खबर के मुताबिक यदि उन्हें मन मुताबिक काम नहीं करने दिया गया तो वह कांग्रेस खेमे को छोड़ भी सकते हैं।
खबर में कहा गया है कि इसके पीछे पार्टी के कई नेताओं की सोच है जो यह मानते हैंं कि किशोर बाहर से आए हैं और उनकी नीतियां अलग हैं। खबर के मुताबिक किशोर ने 2017 के चुनावों में कांग्रेस को आगे ले जाने के लिए नई टीम की मांग की है। लेकिन ऐसा हो नहीं पा रहा है। उनकी इस पॉलिसी को कई नेता पचा नहींं पा रहे हैं। उन्होंने इस नई टीम में गुलाम नबी आजाद समेत दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और कमलनाथ को भी चुना है। हालांकि फिलहाल इस पर अभी कोई घोषणा नहीं हुई है, लेकिन यदि ऐसा नहीं हुआ तो फिर से कांग्रेस और किशोर के बीच मनमुटाव पैदा हो सकता है।
कांग्रेस की सफाई, पार्टी के सिर्फ चुनावी रणनीतिकार हैं पीके
दरअसल इस तरह के मनमुटाव का खुलासा पहले पंजाब में हो चुका है, जहां केप्टन अमरिंदर सिंह ने साफ कर दिया था कि वह पार्टी चीफ है और उन्हें पार्टी चलानी है। इसको लेकर वह राहुल और प्रियंका गांधी से भी मिले थे, लेकिन वहां से किशोर को खुद के लिए मिली वार्निंग लेकर ही लौटना पड़ा। इस मुलाकात का खुलासा करते हुए पार्टी प्रवक्ता शकील अहमद ने साफ कर दिया था कि किशोर का पार्टी में कोई रोल नहीं होगा वह सिर्फ प्रचार की रणनीति बनाने तक ही सीमित हैं।