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    बदायूं सामूहिक दुष्कर्म-हत्या में शामिल सिपाही सहित चार गिरफ्तार

    By Edited By:
    Updated: Thu, 29 May 2014 12:57 PM (IST)

    बदायूं में मंगलवार को दो बहनों के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद उनकी हत्या करने के मामले में एक सिपाही सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। बदायूं के उसहैत थाना के कटरा सआदतगंज में दो चचेरी बहनों के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद मामले को आत्महत्या का रूप देने के लिए शव को पेड़ पर लटका दिया गया था। पुलिस ने कल

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    लखनऊ। बदायूं में मंगलवार को दो बहनों के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद उनकी हत्या करने के मामले में एक सिपाही सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। बदायूं के उसहैत थाना के कटरा सआदतगंज में दो चचेरी बहनों के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद मामले को आत्महत्या का रूप देने के लिए शव को पेड़ पर लटका दिया गया था। पुलिस ने कल देर रात आरोपी सिपाही सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इस कृत्य में शामिल तीन लोग अभी भी फरार हैं।

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    मंगलवार को बदायूं के उसहैत थाने के एक गांव में दो नाबालिग बहनों को सामूहिक दुष्कर्म के बाद मारकर पेड़ पर लटका दिया गया। आक्रोशित ग्रामीणों ने चौकी घेरी तो पूरा स्टाफ फरार हो गया। तनाव को देखते हुए वहां बड़ी संख्या में फोर्स तैनात कर दी गई। इस मामले में दो सिपाहियों समेत सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। लोगों का आक्त्रोश देखते हुए एसएसपी ने आरोपी दोनों सिपाहियों समेत चौकी इंचार्ज को निलंबित कर दिया।

    सोहनलाल मौर्य की 12 वर्षीय पुत्री चाचा जीवनलाल की 14 वर्षीय पुत्री के साथ मंगलवार शाम खेत पर गई थी। आरोप है उन्हें पुलिस चौकी में तैनात सिपाही सर्वेश यादव व छत्रपाल ने गांव के ही पप्पू यादव, अवधेश यादव, उर्वेश यादव समेत दो अज्ञात लोगों के साथ अगवा कर लिया। देर रात तक वापस नहीं लौटीं तो भाई रामबाबू और चाचा बाबूराम जंगल की ओर गए। चीख-पुकार पर घटना स्थल पर पहुंचे तो हत्यारोपियों ने हाथापाई हुई, लेकिन फायर कर दंिरदे लड़कियों को ले गए। रामबाबू व बाबूराम देर रात चौकी पहुंचे तो इंचार्ज रामविलास यादव, सिपाही सर्वेश यादव और छत्रपाल ने कहा परेशान न हों, लड़कियां घर पर पहुंच जाएंगी। दोनों चौकी पर ही डटे रहे। रात करीब तीन बजे सिपाही सर्वेश ने कहा वह पास के बाग में जाकर लड़कियों को तलाश कर लें। परिवारवाले गए तो लड़कियों के शव पेड़ पर लटके हुए थे।

    चीख-पुकार के बाद रात में ही गांव के तमाम लोग घटना स्थल पर आ गए। इसी दौरान चौकी स्टाफ फरार हो गया। परिवारवालों ने हंगामा शुरू कर दिया तो प्रभारी एसएसपी मान सिंह चौहान फोर्स लेकर पहुंच गए। चूंकि घटना स्थल शाहजहांपुर जिले का भी बार्डर है, इसलिए वहां का भी फोर्स बुला लिया गया। एडीएम प्रशासन मनोज कुमार भी पहुंच गए। काफी समझाने पर परिवारवाले प्रभारी एसएसपी, एडीएम प्रशासन के आश्वासन पर शाम करीब चार बजे शवों को उतारने दिया। पुलिस ने सिपाही सर्वेश यादव, छत्रपाल के अलावा पप्पू, अवधेश, उर्वेश समेत दो अज्ञात युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया।

    पढ़ें: बदायूं में मा और नाबलिग बेटी से दुष्कर्म