चाय बेचने वाले एक बच्चे ने किया कुछ ऐसा, कवि हरिओम पंवार हो गए हैरान
कवि सम्मेलन चल रहा था। तभी चाय बेचने वाले एक बच्चे ने ऐसा कदम उठाया कि वहां मौजूद सभी लोग अजरज में पड़ गए।
रायसेन, नईदुनिया। कवि सम्मेलन में किसानों की पीड़ा पर प्रस्तुत एक कविता से चाय की दुकान पर काम करने वाला 14 साल का बच्चा इतना प्रभावित हुआ कि वो कवि का हौसला बढ़ाने 100 रुपए का नोट लेकर मंच पर जा पहुंचा। इसके बाद जो हुआ इसकी कल्पना तो कभी उस बच्चे ने भी नहीं की होगी।
कविता सुन देने लगा रुपए
रायसेन में नगर पालिक अध्यक्ष जमना सेन द्वारा आयोजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में कवि हरिओम पंवार सहित कई ख्यातनाम कवियों ने शिरकत की। आयोजन के दौरान रात्रि लगभग ढाई बजे जब कवि सुदीप भोला ने किसानों की पीड़ा पर रचना पाठ किया तो 14 साल का सलमान खुद को रोक नहीं पाया और मंच पर चढ़कर अपनी जेब से 100 रुपए निकालकर कवि को देना चाहे। मंच पर बैठे सभी कवि अचरज में पड़ गए और उससे बात की।
पढ़ाई के खर्च का उठाया जिम्मा
कवि पंवार ने जब उससे पूछा कि बेटा क्या करते हो तो उसने बताया 70 रुपए रोज में एक चाय की दुकान पर काम करता है। स्कूल जाने के सवाल पर वह निरुत्तर हो गया तो हरिओम पंवार भी समझ गए और उन्होंने मंच से घोषणा कर दी कि जो बच्चा कवि के भाव का सम्मान करने यहां आया है अब इसकी चिंता हमें करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस बच्चे की बेहतर पढ़ाई और अन्य खर्च का जिम्मा अब मैं उठाऊंगा।
बच्चे से स्कूल जाने का लिया वादा
बच्चे से भी उन्होंने वादा लिया कि वो अब चाय की दुकान पर काम न करके स्कूल जाए और एक श्रेष्ठ नागरिक बनकर देश हित में अपना योगदान दे। कवि सुदीप भोला ने भी अपनी ओर से सलमान को 1100 रुपए भेंट किए।
दुकान पर नहीं पहुंचा सलमान
कवि पंवार के स्नेह से गदगद सलमान सोमवार को चाय की दुकान पर नहीं गया और उसने कहा कि अब मैं पढ़ाई करूंगा। सलमान के पिता लियाकत ने कवि पंवार का आभार व्यक्त किया है। सलमान की बहन महक शाइनिंग पब्लिक स्कूल में कक्षा छह में पढ़ती है। उसका एक बड़ा भाई अरमान बेल्डिंग की दुकान पर काम करता है।
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