नौ वर्षीय पाकिस्तानी बच्चे को जीवनदान
लाहौर में रहने वाले नौ साल के अमार आसिफ के गुर्दे और लीवर का एक साथ ऑपरेशन कर फोर्टिस अस्पताल ने बच्चे को नया जीवनदान दिया है। दस घंटे चले ऑपरेशन में दस सर्जन, छह एनेस्थेटिस्ट और 30 नर्सो ने योगदान दिया। चुनौतीपूर्ण ऑपरेशन का नेतृत्व करने वाले डॉक्टर विवेक विज ने पत्रकार वार्ता में बताया कि पांच लाख ल
जागरण संवाददाता, नोएडा। लाहौर में रहने वाले नौ साल के अमार आसिफ के गुर्दे और लीवर का एक साथ ऑपरेशन कर फोर्टिस अस्पताल ने बच्चे को नया जीवनदान दिया है। दस घंटे चले ऑपरेशन में दस सर्जन, छह एनेस्थेटिस्ट और 30 नर्सो ने योगदान दिया।
चुनौतीपूर्ण ऑपरेशन का नेतृत्व करने वाले डॉक्टर विवेक विज ने पत्रकार वार्ता में बताया कि पांच लाख लोगों में से केवल एक व्यक्ति ही प्राइमरी हाइपरऑक्जालरिया से पीड़ित होता है। इस प्रत्यारोपण में ऑपरेशन से पहले और बाद में अत्याधिक डायलिसिस की जरूरत होती है। मरीज और अंगदान करने वाले दोनों का एक साथ ऑपरेशन किया जाता है।
डॉक्टर दुष्यंत नागर ने बताया कि आसिफ पिछले पांच साल से दर्द भोग रहा था। इतना कमजोर हो चुका था कि खेलना या स्कूल जाना संभव नहीं था। वह पढ़ भी नहीं पा रहा था। आसिफ की बीमारी दुर्लभ है। इसमें ऑक्जालेट [एक तरह का एसिड] अधिक मात्रा में बनने लगता है। इससे गुर्दे में पथरी बनती है। इससे गुर्दा काम करना बंद कर सकता है और अन्य अंगों को नुकसान भी पहुंच सकता है। आसिफ का ऑपरेशन पाकिस्तानी दूतावास ने एक एनजीओ के साथ मिलकर कराया है।
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