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'जाकिर ही नहीं 14 और इस्लामिक उपदेशक हैं जिनसे प्रभावित हैं IS के सदस्य'

इस्लामिक उपदेशक के खिलाफ जारी जांच के बीच एनआईए ने ऐसे 14 इस्लामिक उपदेशकों की एक लिस्ट जारी की है, जिनके उपदेशों ने संदिग्धों को प्रभावित किया था।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Mon, 01 Aug 2016 08:10 AM (IST)Updated: Mon, 01 Aug 2016 11:26 AM (IST)

नई दिल्ली। इस्लामिक स्टेट (अाईएस) के सदस्य जाकिर नाईक से ही नहीं बल्कि 14 अन्य इस्लामिक उपदेशकों से प्रभावित थे। अाईएस के सदस्य इन उपदेशकों के उपदेश और 'भड़काऊ' वीडियो देखते थे। इस बात का खुलासा एनअाईए द्वारा दाखिल चार्जशीट से हुअा है।

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टाइम्स अॉफ इंडिया के मुताबिक विवादित इस्लामिक उपदेशक के खिलाफ जारी जांच के बीच एनआईए ने ऐसे 14 इस्लामिक उपदेशकों की एक लिस्ट जारी की है, जिनके उपदेशों ने संदिग्धों को प्रभावित किया था। इस्लामिक स्टेट के खिलाफ जारी ताजा चार्जशीट में एनआईए ने दुनियाभर के ऐसे 14 इस्लामिक उपदेशकों का जिक्र किया है। ये सभी उपदेशक अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और जिम्बाब्वे में बसे हैं।

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हालांकि जिन इस्लामिक उपदेशकों का इस चार्जशीट नाम लिया गया है, उन्हें चार्जशीट में आरोपी या संदिग्ध के तौर पर नहीं पेश किया गया है। गिरफ्तार किए गए अाईएस के सदस्यों से पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे इन उपदेशकों के उपदेश और 'भड़काऊ' विडियो देखते थे। इस चार्जशीट में जिन प्रसिद्ध उपदेशकों का नाम लिया गया हैं, उनमें यूके में बसे अंजिम चौधरी, हमज़ा आंद्रियास, इमरान मंसूर, मिज़ानुर रहमान और अबू वालिद, अमेरिका में बसे यासिर कादी, यूसुफ एस्तेस, हमज़ा यूसुफ और अहमद मूसा, ऑस्ट्रेलिया में बसे मूसा सेरंटोनियो, शेख फैज़ मोहम्मद, उमर अल बन्ना, जिम्बाब्वे के रहने वाले मुफ्ती मेंक और कनाडा में बसे माजिद महमूद का नाम है।

इनमें से अधिकांश उपदेशक समय-समय पर आईएस और अल कायदा जैसे संगठनों की आतंकी गतिविधियों की निंदा करते आए हैं। जबकि इनमें से कुछ ऐसे भी हैं, जिन्होंने इन संगठनों की गतिविधियों को जायज भी ठहराया है। एनआईए की चार्जशीट के मुताबिक गिरफ्तार किए गए अाईएस सदस्य मोहम्मद फरहान शेख 'सऊदी अरब की यात्रा के दौरान सुने गए अंजिम चौधरी, यासिर कादी, माजिद महमूद, मुफ्ती मेंक, हमज़ा यूसुफ, इमरान मंसूर जैसे इस्लामिक उपदेशकों के भड़काऊ उपदेशों और भाषणों से काफी प्रभावित था।' चार्जशीट में आगे कहा गया है कि 'फरहान जून 2014 में खिलाफत की घोषणा के बाद से ही आईएस के बारे में जानकारियां जुटाने लगा था।'

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अॉन लाइन भाषण देखने के लिए बनाई फेसबुक अाईडी

एनआईए ने अपनी चार्जशीट में कहा कि फरहान ने अगस्त 2014 में अपना फेसबुक अकाउंट खोलने के लिए एक ईमेल आईडी बनाई। उसने यह फेसबुक आईडी खालिद इब्न वालिद के नाम से बनाई थी। उसका फेसबुक पर आने का मुख्य मकसद आईएस से संबंधित पोस्ट, तस्वीरें और विडियो और मिजानुर रहमान, अबु वलीद, सेरंटोनियो, शेख फैज़ और अहमद जिबरिल के ऑनलाइन भाषण देखना था।'

गौरतलब है कि एनआईए की आईएस के हैदराबाद मॉड्यूल की जांच में सामने आया था कि गिरफ्तार युवक मोहम्मद इब्राहिम यजदानी जाकिर नाइक का फॉलोअर था और उसने मुंबई में जाकिर के कैंप में भी हिस्सा लिया था। एनआईए जाकिर नाइक के भाषणों की पहले ही जांच कर रहा है।

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