मेट्रो स्टेशन से घर तक पहुंचाने का अब होगा पूरा इंतजाम
अब देश के किसी भी कोने में शुरू होने वाली मेट्रो परियोजना के इंतजाम महज शानदार ट्रेन चलाने तक सीमित नहीं रहेंगे। इसमें लोगों के आगे के सफर का भी पूरा ...और पढ़ें

नई दिल्ली [मुकेश केजरीवाल]। अब देश के किसी भी कोने में शुरू होने वाली मेट्रो परियोजना के इंतजाम महज शानदार ट्रेन चलाने तक सीमित नहीं रहेंगे। इसमें लोगों के आगे के सफर का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा। केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ऐसी सभी परियोजनाओं में फीडर बस से लेकर फुटपाथ, साइकिल लेन, ऑटो रिक्शा और टैक्सी के संचालन की व्यवस्था अनिवार्य करने जा रहा है। मंत्रालय इसके लिए राज्य सरकारों सहित सभी संबंधित एजेंसियों को इसी हफ्ते पत्र भेजकर फैसले की जानकारी देने जा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली मेट्रो सहित मौजूदा परियोजनाओं के अनुभवों को देखते हुए यह कदम उठाया जा रहा है। मंत्रालय के पत्र में बताया जाएगा कि अब किसी भी मेट्रो के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) में यात्रियों की स्टेशन के बाद की सुविधाओं पर भी पूरा ध्यान देना होगा। मंत्रालय ने तय किया है कि इन सुविधाओं के लिए बजट में अलग से प्रावधान होगा।
इस तरह दिल्ली मेट्रो का फेज चार हो या बेंगलूर का फेज दो, अब किसी भी नई परियोजना के डीपीआर को बिना इन प्रावधानों के मंजूरी नहीं दी जाएगी। भुवनेश्वर और गुवाहाटी सहित कई शहरों की ऐसी परियोजनाओं की डीपीआर को जल्द ही मंजूरी मिलनी है। अधिकारी कहते हैं, 'इतनी महंगी परियोजनाओं का एकमात्र मकसद है कि लोगों की निजी वाहनों पर निर्भरता न रह जाए और सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा मिले।'
अब तक इन सुविधाओं को लागू करना महज एक सलाह होती थी और इसे लागू करना संबंधित एजेंसियों पर छोड़ा गया था। हालांकि, अधिकांश जगह इसे लागू करने पर ध्यान नहीं दिया गया। इसलिए अभी कई जगह मेट्रो स्टेशन से बस स्टैंड बहुत दूर होने के बावजूद फीडर बस उपलब्ध नहीं हैं। कहीं ऑटो रिक्शा खड़ा करने की जगह नहीं होने से लोगों को परेशानी हो रही है। इसी तरह फुटपाथ और साइकिल लेन पर भी ध्यान नहीं दिया गया है।
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