खुली जीप में नामांकन करने जाएंगे नरेंद्र मोदी
भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद प्रत्याशी नरेन्द्र मोदी के 24 अप्रैल को वाराणसी में निकलने वाले नामांकन जुलूस को ऐतिहासिक बनाने की कवायद शुरू हो चुकी है। उनके प्रस्तावक जहां काशी की पहचान व गरिमा के अनुरूप होंगे वहीं खुली जीप से नामांकन करने निकले मोदी लोगों से आई कनेक्ट से अपनी निकटता कायम करेंगे। भाजपा क
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद प्रत्याशी नरेंद्र मोदी के 24 अप्रैल को वाराणसी में निकलने वाले नामांकन जुलूस को ऐतिहासिक बनाने की कवायद शुरू हो चुकी है। उनके प्रस्तावक जहां काशी की पहचान व गरिमा के अनुरूप होंगे वहीं खुली जीप से नामांकन करने निकले मोदी लोगों से आई कनेक्ट से अपनी निकटता कायम करेंगे।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव व प्रदेश प्रभारी अमित शाह तथा प्रदेश अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कल नामांकन जुलूस की तैयारियों का जायजा लिया। कई दौर में चली मैराथन बैठकों में तय किया गया कि नामांकन जुलूस में काशी के हर धर्म व हर पंथ के प्रतिनिधियों की भागीदारी होगी। महामना पंडित मदन मोहन मालवीय व सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर रोड शो शुरू करेंगे नरेंद्र मोदी। जुलूस में काशी की गौरवशाली संस्कृति-सभ्यता व परम्परा परिलक्षित होगी।
खुली जीप में होंगे नरेंद्र मोदी
चुनाव संचालन समिति के प्रभारी अशोक धवन के अनुसार 24 अप्रैल को मलदहिया स्थित सरदार पटेल के प्रतिमा स्थल से नामांकन जुलूस, रोड शो के रूप में सुबह 9 बजे से शुरू होगा। मोदी खुली जीप में सवार होंगे। यह जुलूस तेलियाबाग, अंधरापुल होते हुए कैंटोंमेंट स्थित स्वामी विवेकानन्द की प्रतिमा तक जाएगा। वहां नमो कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे।
कौन होंगे मोदी के प्रस्तावक
संभावना है कि नरेंद्र मोदी चार सेट में पर्चा दाखिल करेंगे। नामांकन में प्रस्तावक कौन होगा, इस मुद्दे पर भी गहन मंथन हुआ। तय हुआ प्रस्तावक काशी की पहचान व गरिमा के अनुरूप हों। इस क्रम में काशीराज घराने का कोई सदस्य, डोमराज परिवार का कोई सदस्य, महामना पंडित मदन मोहन मालवीय के वंशज, संगीत घराने, चाय-पान वालों व बुनकर परिवार में से किन्हीं को प्रस्तावक तय करने पर सहमति बनी। किसी के नाम पर अंतिम रूप से सहमति तो नहीं बनी मगर जल्द निर्णय की उम्मीद है।
प्रत्येक वार्ड व मंडल से कार्यकर्ता
नामांकन जुलूस में प्रत्येक वार्ड व मंडल से कार्यकर्ता जुलूस की शक्ल में गाजे बाजे के साथ शामिल होंगे। कार्यकर्ताओं को बूथस्तर पर अपने क्षेत्रों में टोली बना घर-घर जाकर जनता को नामांकन जुलूस में आने के लिए आमंत्रित करने का दायित्व रविवार को सौंप दिया गया।