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उप चुनाव में कायम रहा मुलायम का जलवा

सपा के गढ़ मैनपुरी में पार्टी का नारा जिसका जलवा कायम है उसका नाम मुलायम है..बरकरार है। लोकसभा चुनाव में पहली बार से अब तक मुलायम ने यहां कभी शिकस्त नहीं खाई। दूसरी बार सीट से इस्तीफा दिया और पौत्र को संसद में पहुंचाने तक फिर कामयाब हो गए। इससे पहले 2004 में सपा सुप्रीमो ने भतीजे को इसी सीट

By Edited By: Published: Tue, 16 Sep 2014 07:46 PM (IST)Updated: Tue, 16 Sep 2014 08:27 PM (IST)
उप चुनाव में कायम रहा मुलायम का जलवा

मैनपुरी [जासं]। सपा के गढ़ मैनपुरी में पार्टी का नारा जिसका जलवा कायम है उसका नाम मुलायम है..बरकरार है। लोकसभा चुनाव में पहली बार से अब तक मुलायम ने यहां कभी शिकस्त नहीं खाई। दूसरी बार सीट से इस्तीफा दिया और पौत्र को संसद में पहुंचाने तक फिर कामयाब हो गए। इससे पहले 2004 में सपा सुप्रीमो ने भतीजे को इसी सीट से दिल्ली पहुंचाया था।

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सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव चार बार मैनपुरी से सांसद रहे। इस बार उन्होंने इस्तीफा देकर अपने पौत्र तेज प्रताप यादव को चुनाव मैदान में उतारा। पहली बार चुनावी मैदान में उतरे तेजू की 3,21,149 मतों से हुई बड़ी जीत ने ये साबित कर दिया कि मुलायम की बादशाहत यहां कायम है। 1996 में पहली बार मुलायम सिंह यादव मैनपुरी के रास्ते ही दिल्ली पहुंचे और देश के रक्षामंत्री भी बने। 2004 में फिर मैदान में उतरे तो 3,37,870 मतों से चुनाव जीता। बाद में सीट छोड़ी तो अपने भतीजे धर्मेद्र यादव को मैदान में उतारा। धर्मेद्र ने भी यहां से उपचुनाव जीता। 2009 और 2014 में यहां से फिर सांसद बने मुलायम सिंह यादव ने इस बार इस्तीफा दिया तो अपने पौत्र व सैफई ब्लॉक प्रमुख तेज प्रताप यादव को मैदान में उतारा। इस बार फिर मैनपुरी की जनता ने ये साबित किया कि मैनपुरी में मुलायम का जादू चलता है। मैनपुरी समाजवादी दुर्ग के रूप में जाना जाता है। पिछले तीस सालों से यहां मुलायम और समाजवादियों का ही जलवा कायम है।

मंगलवार को मतगणना में शुरू से ही सपा प्रत्याशी तेज प्रताप यादव बढ़त बनाए रहे। मैनपुरी लोकसभा की पांच विधानसभाओं में चार में सपा प्रत्याशी को खासी जीत हासिल हुई। भाजपा प्रत्याशी जातीय गणित के सहारे केवल भोगांव में सपा को हरा सके। तेजू की साइकिल की रफ्तार में बीजेपी को छोड़ बाकी सभी दस निर्दलीय प्रत्याशियों की जमानत तक जब्त हो गई।

किसको-कितने मत मिले

प्रत्याशी पार्टी मिले मत

तेज प्रताप यादव- सपा- 6,53,686

प्रेम सिंह शाक्य- भाजपा- 3,32,537

अवधेश कुमार शाक्य- राष्ट्रीय समानता दल- 5587

शैलेंद्र कुमार शुक्ला- सोशलिस्ट पार्टी सेकुलर- 1071

अरवेंद्र सिंह- निर्दलीय- 656

अशोक कुमार- निर्दलीय- 1744

अशोक कुमार तिवारी - निर्दलीय- 882

कुंज बिहारी- निर्दलीय-

4394

महेश चंद्र शर्मा- निर्दलीय- 1213

राम प्रकाश- निर्दलीय- 942

रामशरन पाल- निर्दलीय- 2259

विजेंद्र सिंह चौहान- निर्दलीय- 2524

तेजू ने दिखाया तेज

मैनपुरी: सपा का गढ़ एक बार फिर अभेद साबित हुआ। सपा सुप्रीमो की तीसरी पीढ़ी के तेज प्रताप उर्फ तेजू ने भाजपा प्रत्याशी प्रेम सिंह शाक्य को 3.21 लाख वोटों से करारी शिकस्त देते हुए जीत का परचम लहरा दिया। चौथी बार जीत हासिल कर मुलायम सिंह के इस्तीफे के बाद खाली हुई सीट पर सपा के जीत का आंकड़ा मुख्य चुनाव के लगभग बराबर ही रहा।

मैनपुरी और आजमगढ़ से जीते मुलायम सिंह ने आजमगढ़ को बरकरार रखा था। उपचुनाव में समाजवादी पार्टी ने परिवार के पौत्र व सैफई ब्लॉक प्रमुख तेज प्रताप सिंह तेजू को मैदान में उतारा था। वहीं भाजपा ने पुराने कार्यकर्ता प्रेम सिंह शाक्य को प्रत्याशी बनाया। बसपा के उपचुनाव से बाहर रहने के बाद मुकाबला सपा और भाजपा के बीच था।

तेज प्रताप सिंह को 6,53,686 मत प्राप्त हुए जबकि भाजपा प्रत्याशी प्रेम सिंह शाक्य को 3,32,537 मत मिले। सीट पर 12 प्रत्याशी भाग्य आजमा रहे थे। इस बार रिकॉर्ड 61.10 फीसद यानी 1014131 मतदाताओं ने मत डाले। बीते चुनाव में मुलायम सिंह यादव ने यहां से 3,64,666 मतों से भाजपा प्रत्याशी एसएस चौहान को पराजित किया था। जिला निर्वाचन अधिकारी गोविंद राजू एनएस ने नवनिर्वाचित सांसद तेज प्रताप यादव को जीत का प्रमाण पत्र सौंपा।

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