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    दिखने लगी सपा सुप्रीमो की छोटी बहू की हनक

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    Updated: Sun, 10 Aug 2014 07:57 AM (IST)

    सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह के छोटे बेटे प्रतीक यादव ने दो दिन पहले ही राजनीति में आने से इन्कार करने के साथ ही पत्‍‌नी अपर्णा यादव के सक्रिय राजनीति में जाने का संकेत क्या दिया कि अपर्णा तो लालबत्ती गाड़ी में सवार होकर दौरा करने लगीं। फिलहाल तो अपर्णा न तो सपा की सक्रिय कार्यकर्ता हैं और ही विधायक, विधान परिषद सदस्य और न ह

    लखनऊ। सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह के छोटे बेटे प्रतीक यादव ने दो दिन पहले ही राजनीति में आने से इन्कार करने के साथ ही पत्‍‌नी अपर्णा यादव के सक्रिय राजनीति में जाने का संकेत क्या दिया कि अपर्णा तो लालबत्ती गाड़ी में सवार होकर दौरा करने लगीं। फिलहाल तो अपर्णा न तो सपा की सक्रिय कार्यकर्ता हैं और ही विधायक, विधान परिषद सदस्य और न ही सांसद। इसके बाद भी उनका लालबत्ती लगी गाड़ी में दौरा करना उनकी हनक को साबित करता है।

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    कल वाराणसी में अपर्णा यादव ने लालबत्ती लगी गाड़ी से दौरा किया और तो और परंपरा को तोड़कर उनका वाहन बीएचयू के पोर्टिको में खड़ा किया गया जबकि वहां पर वीसी के रहने पर उनके वाहन के अलावा और कोई वाहन नहीं खड़ा जाता, चाहे फिर चांसलर का वाहन ही क्यों न हो।

    समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा (प्रतीक यादव की पत्‍‌नी) कल अचानक काशी हिंदू विश्वविद्यालय के केंद्रीय कार्यालय पहुंचीं। अचरज में डालने वाली बात यह कि उनके पहुंचते ही विश्वविद्यालय की बरसों पुरानी परंपरा टूट गई। जैसे ही वह पहुंचीं, विवि कर्मियों ने केंद्रीय कार्यालय के पोर्टिको में खड़ी कुलपति की इनोवा कार को हटाकर वहां अपर्णा की एसयूवी (स्पो‌र्ट्स यूटिलिटी व्हेकिल) गाड़ी खड़ी करवा दी। परंपरा के अनुसार अब तक यहां सिर्फ कुलपति या उनकी अनुपस्थिति में कुलसचिव की ही गाड़ी खड़ी होती रही है। कुलपति डा. लालजी सिंह ने पोर्टिको से कार हटाने का मामला संज्ञान में लेते हुए कहा कि जिसने भी यह काम किया है, उसपर कार्रवाई होगी। यह ठीक नहीं हुआ है।

    अपर्णा यादव के बीएचयू पहुंचने के उद्देश्य के बारे में स्वयं कुलपति डा. लालजी सिंह ने बताया कि अपर्णा जी नारी हिंसा के खिलाफ गैर सरकारी संगठन हर्ष के चलाए जा रहे अभियान बी अवेयर के लिए मदद मांगने आई थीं। उनसे अपनी बातों को लिखित रूप में देने को कहा गया है।

    गौरतलब है कि सपा सुप्रीमो के छोटे पुत्र प्रतीक यादव ने गुरुवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में अपने सक्रिय राजनीति में आने से इन्कार किया था। उन्होंने पत्‍‌नी के बारे में कहा था कि अगर वो राजनीति में जाना चाहती हैं तो उन्हें कोई एतराज नहीं है। अपर्णा यादव ने राजनीति में जाने से न इन्कार किया और न ही इकरार किया। उन्होंने संकेत दिया था कि मुलायम परिवार की दूसरी बहू सियासी मैदान में कूदने की तैयारी कर रही है। इसका असर शुक्रवार को वाराणसी दौरे में दिख भी गया।

    छोटी बहू की हनक

    सपा सुप्रीमो की बहू अपर्णा यादव जिस गाड़ी में बैठी थीं, उसपर लगी लाल बत्ती लोगों के बीच चर्चा का विषय रही। सर्किट हाउस के पोर्टिको में खड़ी गाड़ी देखकर लोगों ने इस पर सवाल भी उठाए। सर्किट हाउस में एनजीओ की प्रेस कांफ्रेंस तक भी हुई जबकि यहां इस पर प्रतिबंध है। अपर्णा के लालबत्ती गाड़ी में आने के बारे में एडीएम प्रोटोकाल सत्यप्रकाश शर्मा ने बताया कि वाराणसी जिला प्रशासन की ओर से कोई लालबत्ती गाड़ी नहीं उपलब्ध कराई गई, और न ही कोई प्रोटोकाल दिया गया।

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