मदर डेयरी के दूध में मिला डिटर्जेंट-रिफाइंड, कंपनी बोली- हमारा दूध सेफ
आगरा में मदर डेयरी के दूध में डिटर्जेंट व रिफाइंड मिला है। यह खुलासा निर्दिष्ट खाद्य प्रयोगशाला (आरएफएल) कोलकाता की जांच में हुआ है। रिपोर्ट मिलने के बाद खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) ने मदर डेयरी को नोटिस जारी किया और इसकी रिपोर्ट शासन को भेज दी है।
आगरा (जागरण संवाददाता)। सावधान, अगर आपके खरीदे दूध से ज्यादा झाग निकल रहा हो तो सतर्क हो जाइए। आगरा में मदर डेयरी के दूध में डिटर्जेंट व रिफाइंड मिला है। यह खुलासा निर्दिष्ट खाद्य प्रयोगशाला (आरएफएल) कोलकाता की जांच में हुआ है। रिपोर्ट मिलने के बाद खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) ने मदर डेयरी को नोटिस जारी किया और इसकी रिपोर्ट शासन को भेज दी है। हालांकि, दिल्ली स्थित कंपनी ने एफएसडीए के इस दावे को खारिज करते हुए कहा है कि उनकी कंपनी का दूध पूरी तरह सुरक्षित है।
जांच में दूध के नमूने फेल
एफएसडीए की टीम ने 13 दिसंबर 2014 को जिले के बाह क्षेत्र में अभियान चलाया था। खाद्य सुरक्षा निरीक्षक एएस गंगवार ने गजौरा और शाहपुर ब्राह्मण क्षेत्र के कलेक्शन सेंटर से दूध के दो नमूने लिए थे। मेरठ स्थित प्रयोगशाला में हुई जांच में दोनों नमूने अधोमानक पाए गए। करीब तीन माह पहले एफएसडीए ने डेयरी कंपनी को इसकी जानकारी दी। इस पर कंपनी ने दूध के नमूनों को निर्दिष्ट खाद्य प्रयोगशाला, कोलकाता भेज दिया।
मदर डेयरी का दावा, हमारा दूध सेफ
मदर डेरी के प्रबंध निदेशक एस नागराजन ने कहा कि आगरा में जो मिलावट मिली है वह किसान से कलेक्ट किये गए दूध में मिला है। कंपनी का दूध एकदम शुद्ध है।
दूध में मिला डिटर्जेंट
सोमवार को दोनों नमूनों की रिपोर्ट एफएसडीए को मिल गई। दूध का पहला नमूना अधोमानक निकला है। बेट्रो रीफेक्ट्रोमीटर पर दूध को 40 डिग्री सेंटीग्रेड पर गर्म किया गया, तो उसमें फैट की मात्र 43.9 फीसद मिली है, जो 40 से 43 के बीच होनी चाहिए। इसी तरह दूसरे नमूने में भी फैट की मात्रा तो ज्यादा है ही, उसमें डिटर्जेट भी मिला है। निरीक्षक एएस गंगवार ने बताया कि बाह व फतेहाबाद क्षेत्र में दर्जनभर से ज्यादा चिलिंग प्लांट हैं। सभी चिलिंग प्लांट व कलेक्शन सेंटर से दूध के नमूने लिए जा रहे हैं।
बिक्री पर लग सकती है रोक
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के अधिकारी राम नरेश यादव ने बताया कि मदर डेयरी के एक नमूने में रिफाइंड और दूसरे में डिटर्जेंट के साथ रिफाइंड की पुष्टि हुई है। इसके दूध की बिक्री पर रोक लगाने की तैयारी की जा रही है।
फेल हो सकता है लिवर
डिटर्जेट मिले दूध को पीने से कई तरह की दिक्कतें हो सकती हैं। एसएन मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. बलवीर सिंह का कहना है कि इससे लिवर भी फेल हो सकता है। इसके अलावा मुंह में छाले, गले व खाने की नली में जलन व छाले, पेट व गले का कैंसर, गर्भस्थ शिशु का विकास रुकना भी हो सकता है।
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